दुमकाः जिला पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए एक बड़े कांड का उद्भेदन किया है. एक किशोर के अपहरण होने का एफआईआर दर्ज करने के चार घंटे के अंदर पुलिस ने न सिर्फ उस नाबालिग लड़के की बरामदगी की बल्कि अपराध में शामिल छह युवकों को भी दबोचा है.
क्या है पूरा मामला
दो दिन पूर्व 14 जनवरी की रात तालझारी थाना क्षेत्र के सहारा चौक के पास से बाइक सवार 17 साल के लड़के का अपहरण कर लिया गया. साथ ही उसकी रिहाई के बदले में पिता से एक लाख की फिरौती मांगी. दूसरे दिन 15 जनवरी की सुबह पिता तालझारी थाना पहुंचे और सारी बात बताई. पुलिस ने मामला दर्ज कर महज चार घंटे के अंदर किशोर की सकुशल बरामदगी कर सभी छह अपराधियों को नजदीक के ही जमुनीबांध जंगल से दबोचा लिया.
इस अपहरण कांड में शामिल गिरफ्तार युवकों में रवि कुमार, बबलू कुमार महतो, राहुल ठाकुर, कुंदन कुमार, जानकी मंडल (सभी हंसडीहा थाना क्षेत्र निवासी) और आशीष शर्मा, जो जरमुंडी थाना क्षेत्र के कुशबाद गांव का रहने वाला है. गुरुवार को पुलिस ने सभी छह युवकों को जेल भेज दिया है. उनके पास से अपराध में इस्तेमाल दो कार के अलावा छह मोबाइल फोन, दस सिम और तीन एटीएम कार्ड बरामद किए हैं.
एसपी ने दी जानकारी
आज गुरुवार की शाम अपने कार्यालय कक्ष में एसपी पीतांबर सिंह खेरवार ने बताया कि 14 जनवरी की शाम को नाबालिग लड़का बाइक से कहीं जा रहा था. सहारा चौक से कुछ आगे दो कार सवार छह अपराधियों ने उसका अपहरण कर लिया. अपराधियों ने लड़के के ही फाेन से रिहाई के एवज में उसके पिता से एक लाख रुपये की फिरौती मांगी. जिसके बाद पिता ने थाना में बेटे के अपहरण की सूचना दी. इस पर तुरंत मामला दर्ज कर जरमुंडी एसडीपीओ के नेतृत्व में एक एसआइटी का गठन किया गया.
इस मामले पर तकनीकी टीम ने अपना काम करना शुरू किया, जिसमें पता चला कि सभी आरोपित तालझारी के जंगल में हैं. पुलिस ने जंगल में दबिश देकर किशोर की सकुशल बरामदगी करते हुए सभी अपराधियों को दबोचा. पूछताछ में सभी अपराधियों ने अपहरण की बात स्वीकार की. गिरफ्तार जानकी मंडल ओर रवि कुमार गुप्ता का आपराधिक रिकॉर्ड रहा है. दोनों वर्ष 2016 में जरमुंडी में हुए ट्रक लूटकांड में जेल भी जा चुके हैं.
अपहरण के पीछे साइबर क्राइम तो नहीं!
इस मामले में जिला के एसपी पीतांबर सिंह खेरवार ने यह भी बताया कि अपराधियों को यह जानकारी हाथ लगी थी कि नाबालिग लड़का साइबर अपराध से जुड़ा है और उसके पास रुपए है. यही वजह रही कि उन लोगों ने इस किशोर का अपहरण किया था. अब पुलिस द्वारा नाबालिग लड़के का मोबाइल खंगाला जा रहा है. साथ ही सभी थाना से यह जानकारी एकत्र की जा रही है कि कहीं उसके खिलाफ साइबर अपराध का कोई मामला तो दर्ज नहीं है. अगर अनुसंधान में नाबालिग लड़के का साइबर अपराध साबित होता है तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.
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