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तरबूज असली है या नकली! खरीदने से पहले ऐसे करें मिलावटी तरबूज की पहचान - Signs of Good Watermelon

तरबूज खरीदने में आप अक्सर धोखा खा जाते हैं कि कौन अच्छा है और कौन खराब. कुछ को छोड़कर सभी तरबूज एक जैसे ही दिखते हैं लेकिन तरबूज में ऐसी कई निशानियां होती हैं जिनसे अच्छे और खराब की पहचान आसानी से हो जाती है. शहडोल के कृषि वैज्ञानिक डॉ बीके प्रजापति से जानिए अच्छे तरबूज की पहचान.

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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : May 19, 2024, 10:02 PM IST

Updated : May 26, 2024, 9:30 AM IST

Signs of Good Watermelon
अच्छे तरबूज में होती हैं कई निशानियां (ETV Bharat)

Signs of Good Watermelon: तरबूज अगर कोई खरीदने जाता है तो सबसे बड़ी समस्या यही होती है कि यह अच्छा तरबूज है या खराब तरबूज है. इसके लिए लोग तरह-तरह से प्रयास करते हैं. कभी दुकानदार से पूछते हैं तो कभी उसे छू कर देखते हैं और अंततः दुकानदार के भरोसे उठाकर घर लेकर चले आते हैं. आजकल तरबूज में सबसे बड़ी समस्या कीटनाशक की आ रही है, दवाइयों की आ रही है, इसमें कई तरह की दवाइयों का इस्तेमाल करने की बातें भी सामने आ रही हैं. ऐसे में लोग भी डरे रहते हैं कि कहीं ये स्वास्थ्य के लिए हानिकारक तो नहीं है. ऐसे में तरबूज खेत से पका हुआ है या नहीं उसकी भी कुछ निशानियां होती हैं.

आसान है अच्छे तरबूज की पहचान करना

कृषि वैज्ञानिक डॉ बी के प्रजापति बताते हैं कि अगर आप तरबूज जिसे कई जगहों पर कलिंदर के नाम से जाना जाता है खरीदने जा रहे हैं तो कुछ ऐसी बातें होती हैं कि उनके बारे में आपको जानना जरूरी है. अगर आप तरबूज के बार में यह बातें जानते हैं तो दुकानदार कभी भी आपको खराब तरबूज नहीं दे सकता है. आजकल लोग परेशान रहते हैं कि कहीं इस तरबूज में किसी तरह का केमिकल तो नहीं मिला है, कहीं ये तरबूज हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक तो नहीं हैं, ये तरबूज अच्छा है या खराब है इसे जानने के लिए तरबूज खरीदते समय कुछ बेसिक बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए.

अच्छे तरबूज की ये हैं पहचान

  • पहली पहचान-खेत में प्राकृतिक रूप से जो फलों का पकना होता है उसमें ये ध्यान रखना चाहिए कि तरबूज एक बराबर आकार का हो, बेडौल आकृति का नहीं होना चाहिए. बेडौल आकृति का होने का मतलब है कि उसमें अनुचित बढ़वार हुई होगी क्योंकि इसमें रस का भराव एक बराबर नहीं होता है.
  • दूसरी पहचान- तरबूज कभी भी खरीदें तो गहरे हरे रंग की धारियों को देखें. हरे रंग की धारियां होनी चाहिए, ऐसा नहीं हो कि उस तरबूज में कहीं-कहीं हल्की धारी पीले रंग की हों, उस तरह का तरबूज नहीं लेना चाहिए.
  • तीसरी पहचान- हर व्यक्ति जब तरबूज खरीदता है तो वो उसे थप-थपाकर देखता है. जब भी आप तरबूज को थप-थपाकर देखेंगे तो उसमें आपको खोखलेपन जैसी आवाज आती है. गहरे खोखलेपन की कंपन वाली जो आवाज होती है, उस तरह की आवाज से पता चलता है कि इसमें रस का अच्छा भराव है.
  • चौथी पहचान- फील्ड स्पॉट टेस्ट में आप देखेंगे की तरबूज जब जमीन से टच होता है और पकता है तो जो उसका पेट वाला भाग कहलाता है, उसमें पीले रंग का मखमली सा एक धब्बा मिट्टी का पड़ जाता है, वो भी उसकी एक पहचान हो जाती है. जो खेत में प्राकृतिक रूप से पका हुआ तरबूज होगा उसमें पीला स्पॉट होता है उसके पेट की ओर, अगर उसमें वो नहीं है तो ये पता चलता है कि वो पहले तोड़कर पकाया गया है.
  • पांचवीं पहचान- जो अच्छा पका हुआ तरबूज है,अच्छे गुणवत्ता का जो तरबूज होता है, कम साइज का भले रहेगा लेकिन वजनदार रहेगा क्योंकि उसमें पानी और रस ज्यादा रहेगा इसलिए वजनदार रहेगा. अन्य की तुलना में आप देखेंगे की उस तरबूज में रस ज्यादा रहेगा.

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ठंडा कर ही खाएं तरबूज

तरबूज को घर लाकर पहले अच्छी तरह से धो लें और फिर थोड़ी देर पानी में ही पड़ा रहने दें. इसके बाद ही उसे खाना चाहिए. ऐसा करने से कीटनाशक का असर खत्म होता है साथ ही स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है.

Signs of Good Watermelon: तरबूज अगर कोई खरीदने जाता है तो सबसे बड़ी समस्या यही होती है कि यह अच्छा तरबूज है या खराब तरबूज है. इसके लिए लोग तरह-तरह से प्रयास करते हैं. कभी दुकानदार से पूछते हैं तो कभी उसे छू कर देखते हैं और अंततः दुकानदार के भरोसे उठाकर घर लेकर चले आते हैं. आजकल तरबूज में सबसे बड़ी समस्या कीटनाशक की आ रही है, दवाइयों की आ रही है, इसमें कई तरह की दवाइयों का इस्तेमाल करने की बातें भी सामने आ रही हैं. ऐसे में लोग भी डरे रहते हैं कि कहीं ये स्वास्थ्य के लिए हानिकारक तो नहीं है. ऐसे में तरबूज खेत से पका हुआ है या नहीं उसकी भी कुछ निशानियां होती हैं.

आसान है अच्छे तरबूज की पहचान करना

कृषि वैज्ञानिक डॉ बी के प्रजापति बताते हैं कि अगर आप तरबूज जिसे कई जगहों पर कलिंदर के नाम से जाना जाता है खरीदने जा रहे हैं तो कुछ ऐसी बातें होती हैं कि उनके बारे में आपको जानना जरूरी है. अगर आप तरबूज के बार में यह बातें जानते हैं तो दुकानदार कभी भी आपको खराब तरबूज नहीं दे सकता है. आजकल लोग परेशान रहते हैं कि कहीं इस तरबूज में किसी तरह का केमिकल तो नहीं मिला है, कहीं ये तरबूज हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक तो नहीं हैं, ये तरबूज अच्छा है या खराब है इसे जानने के लिए तरबूज खरीदते समय कुछ बेसिक बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए.

अच्छे तरबूज की ये हैं पहचान

  • पहली पहचान-खेत में प्राकृतिक रूप से जो फलों का पकना होता है उसमें ये ध्यान रखना चाहिए कि तरबूज एक बराबर आकार का हो, बेडौल आकृति का नहीं होना चाहिए. बेडौल आकृति का होने का मतलब है कि उसमें अनुचित बढ़वार हुई होगी क्योंकि इसमें रस का भराव एक बराबर नहीं होता है.
  • दूसरी पहचान- तरबूज कभी भी खरीदें तो गहरे हरे रंग की धारियों को देखें. हरे रंग की धारियां होनी चाहिए, ऐसा नहीं हो कि उस तरबूज में कहीं-कहीं हल्की धारी पीले रंग की हों, उस तरह का तरबूज नहीं लेना चाहिए.
  • तीसरी पहचान- हर व्यक्ति जब तरबूज खरीदता है तो वो उसे थप-थपाकर देखता है. जब भी आप तरबूज को थप-थपाकर देखेंगे तो उसमें आपको खोखलेपन जैसी आवाज आती है. गहरे खोखलेपन की कंपन वाली जो आवाज होती है, उस तरह की आवाज से पता चलता है कि इसमें रस का अच्छा भराव है.
  • चौथी पहचान- फील्ड स्पॉट टेस्ट में आप देखेंगे की तरबूज जब जमीन से टच होता है और पकता है तो जो उसका पेट वाला भाग कहलाता है, उसमें पीले रंग का मखमली सा एक धब्बा मिट्टी का पड़ जाता है, वो भी उसकी एक पहचान हो जाती है. जो खेत में प्राकृतिक रूप से पका हुआ तरबूज होगा उसमें पीला स्पॉट होता है उसके पेट की ओर, अगर उसमें वो नहीं है तो ये पता चलता है कि वो पहले तोड़कर पकाया गया है.
  • पांचवीं पहचान- जो अच्छा पका हुआ तरबूज है,अच्छे गुणवत्ता का जो तरबूज होता है, कम साइज का भले रहेगा लेकिन वजनदार रहेगा क्योंकि उसमें पानी और रस ज्यादा रहेगा इसलिए वजनदार रहेगा. अन्य की तुलना में आप देखेंगे की उस तरबूज में रस ज्यादा रहेगा.

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ठंडा कर ही खाएं तरबूज

तरबूज को घर लाकर पहले अच्छी तरह से धो लें और फिर थोड़ी देर पानी में ही पड़ा रहने दें. इसके बाद ही उसे खाना चाहिए. ऐसा करने से कीटनाशक का असर खत्म होता है साथ ही स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है.

Last Updated : May 26, 2024, 9:30 AM IST
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