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दिव्यांग छात्रावास के 14 बच्चे हुए बीमार, खेल प्रतियोगिता के बाद मिले थे लंच के पैकेट - SIDHI FOOD POISONING

सीधी के मधुरी दिव्यांग छात्रावास के 14 बच्चों की तबीयत बिगड गई. सभी बच्चों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

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दिव्यांग छात्रावास के 14 बच्चे हुए बीमार (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Dec 1, 2024, 12:33 PM IST

सीधी: मध्य प्रदेश के सीधी जिले में संचालित मधुरी दिव्यांग छात्रावास के 14 बच्चे फूड प्वाइजिंग का शिकार हो गए. उन्हें जिला अस्पताल सीधी में भर्ती करवाया गया है. जहां उनका इलाज किया जा रहा है. दरअसल, शनिवार को शासकीय कन्या कॉलेज सीधी में विकासखंड स्तरीय दिव्यांगों के लिए खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था. जिसमें मधुरी दिव्यांग छात्रावास के बच्चों ने भाग लिया था. जहां प्रतियोगिता के दौरान बच्चों को खाने के लिए लंच के पैकेट दिए गए थे. इसके बाद बच्चे छात्रावास में वापस लौट आए थे. जहां शाम छात्रों को अचानक से उल्टी और दस्त शुरू हो गए. जिन्हें आनन-फानन में आटो से जिला अस्पताल लाया गया. फिलहाल छात्रों की हालत सामान्य बताई जा रही है. सूचना पर बच्चों के परिजन अस्पताल में पहुंचे.

बीआरसीसी ने की थी लंच पैकेट की व्यवस्था

दिव्यांग छात्रावास मधुरी के अधीक्षक रामसहाय साकेत ने बताया, "खेल-कूद प्रतियोगिता का आयोजन जीडीसी कॉलेज मैदान में किया गया था. जहां दोपहर लगभग 2 बजे लंच पैकेट का वितरण किया गया. जिसे खाने के बाद बच्चे छात्रावास आ गए थे. जहां लगभग 4 बजे से बच्चों का स्वास्थ्य खराब होने लगा. पहले अपने स्तर से छात्रावास में बच्चों को दवा दी गई. जब स्वास्थ्य ठीक नहीं हुआ, तब आनन-फानन में बच्चों को जिला अस्पताल लेकर आए. जहां उनका उपचार चल रहा है, फिलहाल अभी बच्चों की हालत में सुधार बताई जा रही है. बता दें कि प्रतियोगिता में लंच पैकेट की व्यवस्था बीआरसीसी द्वारा करवाई गई थी."

2 बच्चों को लगाई गई ड्रिप

सीधी अस्पताल के सिविल सर्जन दीपा रानी इसरानी ने बताया, "दिव्यांग छात्रावास मधुरी के 14 बच्चों को उल्टी-दस्त की समस्या के कारण जिला चिकित्सालय सीधी में उपचार के लिए भर्ती कराया गया है. सिविल सर्जन ने बताया कि चिकित्सकों द्वारा स्वास्थ्य की लगातार निगरानी रखी जा रही है. बच्चों की उम्र 8 से 15 वर्ष के बीच है, उन्हें बच्चा वार्ड में भर्ती कराया गया है. फिलहाल, सभी बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार है. डिहाइड्रेशन के कारण 2 बच्चों को ड्रिप लगाई गई है. किसी भी प्रकार से घबराने की आवश्यकता नहीं है."

कलेक्टर ने जांच के दिए निर्देश

कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी ने उपखण्ड अधिकारी गोपद बनास नीलेश शर्मा और सिविल सर्जन डॉ. दीपारानी ईसरानी को स्थिति की पूरी निगरानी रखने तथा बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं. साथ ही कलेक्टर ने घटना की विस्तृत जांच के निर्देश दिए हैं.

सीधी: मध्य प्रदेश के सीधी जिले में संचालित मधुरी दिव्यांग छात्रावास के 14 बच्चे फूड प्वाइजिंग का शिकार हो गए. उन्हें जिला अस्पताल सीधी में भर्ती करवाया गया है. जहां उनका इलाज किया जा रहा है. दरअसल, शनिवार को शासकीय कन्या कॉलेज सीधी में विकासखंड स्तरीय दिव्यांगों के लिए खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था. जिसमें मधुरी दिव्यांग छात्रावास के बच्चों ने भाग लिया था. जहां प्रतियोगिता के दौरान बच्चों को खाने के लिए लंच के पैकेट दिए गए थे. इसके बाद बच्चे छात्रावास में वापस लौट आए थे. जहां शाम छात्रों को अचानक से उल्टी और दस्त शुरू हो गए. जिन्हें आनन-फानन में आटो से जिला अस्पताल लाया गया. फिलहाल छात्रों की हालत सामान्य बताई जा रही है. सूचना पर बच्चों के परिजन अस्पताल में पहुंचे.

बीआरसीसी ने की थी लंच पैकेट की व्यवस्था

दिव्यांग छात्रावास मधुरी के अधीक्षक रामसहाय साकेत ने बताया, "खेल-कूद प्रतियोगिता का आयोजन जीडीसी कॉलेज मैदान में किया गया था. जहां दोपहर लगभग 2 बजे लंच पैकेट का वितरण किया गया. जिसे खाने के बाद बच्चे छात्रावास आ गए थे. जहां लगभग 4 बजे से बच्चों का स्वास्थ्य खराब होने लगा. पहले अपने स्तर से छात्रावास में बच्चों को दवा दी गई. जब स्वास्थ्य ठीक नहीं हुआ, तब आनन-फानन में बच्चों को जिला अस्पताल लेकर आए. जहां उनका उपचार चल रहा है, फिलहाल अभी बच्चों की हालत में सुधार बताई जा रही है. बता दें कि प्रतियोगिता में लंच पैकेट की व्यवस्था बीआरसीसी द्वारा करवाई गई थी."

2 बच्चों को लगाई गई ड्रिप

सीधी अस्पताल के सिविल सर्जन दीपा रानी इसरानी ने बताया, "दिव्यांग छात्रावास मधुरी के 14 बच्चों को उल्टी-दस्त की समस्या के कारण जिला चिकित्सालय सीधी में उपचार के लिए भर्ती कराया गया है. सिविल सर्जन ने बताया कि चिकित्सकों द्वारा स्वास्थ्य की लगातार निगरानी रखी जा रही है. बच्चों की उम्र 8 से 15 वर्ष के बीच है, उन्हें बच्चा वार्ड में भर्ती कराया गया है. फिलहाल, सभी बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार है. डिहाइड्रेशन के कारण 2 बच्चों को ड्रिप लगाई गई है. किसी भी प्रकार से घबराने की आवश्यकता नहीं है."

कलेक्टर ने जांच के दिए निर्देश

कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी ने उपखण्ड अधिकारी गोपद बनास नीलेश शर्मा और सिविल सर्जन डॉ. दीपारानी ईसरानी को स्थिति की पूरी निगरानी रखने तथा बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं. साथ ही कलेक्टर ने घटना की विस्तृत जांच के निर्देश दिए हैं.

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