हजारीबाग: रविवार को जन्माष्टमी से पहले हजारीबाग के नगर भवन में श्रीकृष्ण बाल रूप सज्जा प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. इस दौरान यहां का मंच ब्रजभूमि जैसा प्रतीत हो रहा था. कृष्ण रूप में बाल-लीला का प्रदर्शन, हाथों में माखन की मटकी, माखन खाते कृष्ण कन्हैया, अपनी माता के पास दौड़कर पहुंचना दर्शकों का मन मोह लिया. इसका आयोजन संस्कार भारती झारखंड प्रांत, हजारीबाग इकाई की ओर से किया गया.
दरअसल, संस्कार भारती हजारीबाग की ओर से जन्माष्टमी से पूर्व श्रीकृष्ण बाल रूप सज्जा प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था. यह आयोजन हर साल किया जाता है. प्रतियोगिता में तीन आयु वर्ग में 0 से 2 वर्ष, 2 वर्ष से 4 वर्ष और 4 वर्ष से 6 वर्ष तक के प्रतिभागियों ने भाग लिया. प्रतियोगिता के उद्घाटन समारोह के बतौर मुख्य अतिथि सांसद मनीष जायसवाल, विशिष्ट अतिथि श्रद्धानंद सिंह शामिल रहे.
इस प्रतियोगिता कार्यक्रम का विषय प्रवेश कराते हुए बताया गया कि संस्कार भारती पिछले 30 वर्षों से लगातार भारतीय संस्कृति को कायम रखने में अपनी अहम भूमिका निभा रहा है. इसी कड़ी में श्रीकृष्ण बाल रूप सज्जा प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिससे समाज में सौहार्दपूर्ण वातावरण की झलक बनी रहे. इस अवसर पर संस्कार भारती के अध्यक्ष कुमार केशव ने संस्कार भारती के महत्व पर विशेष जोर देते हुए कहा कि संस्कार भारती ही भारत की आन, बान, शान, प्रतिष्ठा और अभिमान को विश्व स्तर पर ले जा सकता है.
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