अलवर: श्राद्ध पक्ष में पितरों को तर्पण कर जजमानों को भोजन कराया जा रहा है. सनातनी समाज की इस परंपरा को घर से दूर विदेशों में रह रहे भारतवंशी लोग भी निभाने में पीछे नहीं हैं. ऐसे लोग विदेशों से अलवर में कार्यरत विभिन्न सामाजिक एवं धार्मिक संस्थाओं को ऑनलाइन ऑर्डर भेज पितरों के निमित्त भोजन पहुंचा कर पुण्य कमा रहे हैं.
दरअसल, दूर-दराज एवं विदेशों में रहने वाले लोग पितरों के श्राद्ध से पहले ही संस्थाओं को भोजन तैयार करने का आर्डर भेज देते हैं. साथ ही भोजन तैयार करने पर खर्च होने वाली राशि भी ऑनलाइन उन संस्थाओं के बैंक खातों में स्थानांतरित कर दी जाती है. पितरों के श्राद्ध के दिन ये संस्थाएं ऑर्डर के मुताबिक लोगों का भोजन तैयार कर खिलाती है. इससे लोगों को श्राद्ध पक्ष में पितर तर्पण व भोग का पुण्य मिल जाता है, वहीं इन संस्थाओं के माध्यम से जरुरतमंदों को भोजन उपलब्ध हो जाता है.
विजन संस्थान की मुहिम से जुड़ रहे लोग: अलवर में संचालित विजन संस्थान के सदस्य हिमांशु शर्मा ने बताया कि श्राद्ध पक्ष में लोगों द्वारा अपने घर पर जजमानों को पितरों के निमित्त भोजन कराकर पुण्य कमाया जा रहा है. ऐसे लोगों में दूसरे प्रदेशों एवं विदेशों में रहने वाले लोग भी बड़ी संख्या में शामिल हैं. बुजुर्गों के साथ ही अब यह परम्परा युवाओं में भी पनप रही है. ऐसे युवा ऑनलाइन पेमेंट के माध्यम से जरूरतमंद लोगों को खाना खिलाकर पुण्य कमा रहे हैं.
उन्होंने बताया कि उनके पास फोन के माध्यम से कई लोगों ने श्राद्ध पक्ष में ऑर्डर पर खाना तैयार कर जरूरतमंद लोगों को भिजवाया. उन्होंने बताया कि खाने के मेन्यू में खीर, पूरी, सब्जी, रायता साहित अन्य व्यंजन है. कुछ लोग विजन संस्थान की मुहिम के साथ जुड़कर भी लोगों को खाना खिलाकर पुण्य कमा रहे हैं.
वृद्ध आश्रम में भी भिजवा रहे भोजन: श्राद्ध पक्ष में लोग वृद्ध आश्रम, अनाथ आश्रम जैसे स्थानों पर भी जरुरतमंदों को भोजन भिजवाकर पुण्य कमा रहे हैं. अलवर स्थित अपना घर आश्रम में रहने वाले प्रभुजियों को भी लोगों द्वारा इन दिनों खाना खिलाया जा रहा है. वहीं एक दिन में ज्यादा आर्डर होने के कारण संस्थाओं के माध्यम से वृद्ध आश्रम में राशन भी भिजवाया जा रहा है. श्राद्ध पक्ष के चलते दान-पुण्य का चलन बढ़ा है.