उदयपुर : राजस्थान के उदयपुर में हुए चाकूबाजी की घटना में एक छात्र की मौत के मामले में चौंकाने वाला खुलासा सामने आया है. आरोपी के पिता ने ही उसे 400 में चाकू दिलाया था.
पुलिस जांच में यह चौंकाने वाला खुलासा आया सामने : पुलिस के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी युवक के पिता के खिलाफ पहले से दो मामले दर्ज हैं इसके बाद आरोपी के पिता से पूछताछ की गई तो उसने कई चौंकाने वाले खुलासे किया फिलहाल आरोपी पिता को कोर्ट में पेश किया गया जिसके बाद उसे जेल भेज दिया गया.
आरोपी छात्र के पिता के खिलाफ दो मामले में पूर्व में दर्ज हैं. पूरे मामले की जांच की जा रही है. : छगनसिंह राजपुरोहित, सीओ
बेटे को गुंडा बनने के लिए प्रेरित करता था : जांच में ये भी सामने आया है कि आरोपी के पिता ने ही उसे चाकू दिलाया था और उसे अपराध करने के लिए उकसा रहा था. इससे पहले भी वह बेटे को गुंडा बनने के लिए प्रेरित कर रहा था. इसके बाद से ही छात्र चाकू साथ लेकर घूम रहा था और पिता के कहे अनुसार किसी को मारने की फिराक में था. इसी बीच, गत 16 अगस्त को देवराज से विवाद हुआ और उसने चाकू से उस पर हमला कर दिया. आरोपी का पिता खुद सटोरिया है.
यह था पूरा घटनाक्रम : 16 अगस्त को 10वीं के दो छात्रों में होमवर्क कॉपी को लेकर को लेकर विवाद हुआ था. इससे पहले भी दोनों के बीच क्लास में झगड़ा हुआ था. हालांकि, इसके बाद मामला शांत हो गया था. इसके बाद आरोपी छात्र ने लंच के दौरान स्कूटी में रखे चाकू से दूसरे छात्र देवराज पर हमला कर दिया और फरार हो गया. घायल को एमबी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहा 19 अगस्त को उसने दम तोड़ दिया. घटना के बाद आरोपी को न्यायालय ने बाल सुधार गृह भेज दिया है. शिक्षा विभाग ने स्कूल की प्रिंसिपल को निलंबित कर दिया था और वरिष्ठ अध्यापक को एपीओ कर दिया है.
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी के पिता ने कपासन चित्तौड़गढ़ के एक मेले से 400 रुपए में वारदात में इस्तेमाल किया गया चाकू खरीद कर बेटे को दिया था. बता दें कि इस घटना के बाद उदयपुर में तनाव की स्थिति हो गई थी. कलेक्टर ने शहर में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 (पुरानी धारा 144) के अंतर्गत निषेधाज्ञा लागू कर दी थी और शहर में नेटबंदी कर दी थी. फिलहाल उदयपुर में स्थितियां सामान्य हैं.