कोटा. मध्य प्रदेश के शिवपुरी के रहने वाले एक परिवार ने कोटा से उनकी बालिका के अपहरण की सूचना पुलिस को दी है. साथ ही परिजनों ने यह कहा है कि सितंबर 2023 में उसका कोटा के कोचिंग संस्थान में एडमिशन करवाया था. हालांकि जिस संस्थान का वह दावा कर रहे हैं, वहां पर बालिका का एडमिशन ही नहीं हुआ है. साथ ही, जिस हॉस्टल में रहने की भी बात परिवार कर रहा है, वहां भी बालिका कभी नहीं रही है. हालांकि पूरे मामले को लेकर कोटा सिटी एसपी डॉ. अमृता दुहन से लेकर पूरा अमला अलर्ट पर है और कई टीमें बनाकर मामले की जांच की जा रही है.
बालिका के पिता मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के बैराड़ निवासी है. वो भी देर रात को कोटा पहुंचे. पुलिस उनसे भी इस संबंध में जानकारी जुटा रही है. उनका कहना है कि सितंबर 2023 में उन्होंने सिटी मॉल के पीछे स्थित कोचिंग संस्थान में बालिका का एडमिशन करवाया था. इस दौरान बालिका की मां और उनका भतीजा आया था. साथ ही बालिका को एक हॉस्टल में रुकवाया था. जिस हॉस्टल का नाम परिजन ले रहे हैं, उसके मालिक पारस कुमार जैन का कहना है कि बालिका उनके यहां कभी नहीं रुकी है. जिस कोचिंग संस्थान में पढ़ने का दावा कर रहे हैं, उसके कोटा कैंपस के निदेशक दिनेश जैन का कहना है कि पुलिस ने भी पूरी जांच कर ली है. बालिका का किसी तरह का कोई एडमिशन ऑनलाइन और ऑफलाइन उनके यहां पर नहीं हुआ है.
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व्हाट्सएप पर आया धमकी भरा मैसेज : बालिका के पिता का कहना है कि वह कोटा आने से पहले 2 साल इंदौर में पढ़ती थी और इसके बाद मेडिकल एंट्रेंस की तैयारी करने के लिए कोटा उसे छोड़कर गए थे. वह बीते साल दिवाली पर भी अपने घर गई थी. इसके बाद सोमवार सुबह उन्हें यह व्हाट्सएप मैसेज मिला है, जिसमें बालिका के हाथ पैर और मुंह बंधे हुआ फोटो था. साथ ही 30 लाख रुपए की डिमांड की गई थी.
पुलिस की पड़ताल जारी : इस पूरे मामले पर विज्ञान नगर थाना अधिकारी सतीश चंद्र का कहना है कि परिजनों ने अभी किसी तरह की कोई रिपोर्ट नहीं दी है, लेकिन हमने जांच पड़ताल की है. परिजनों की दी गई सूचना को वेरीफाई किया जा रहा है और फिलहाल जांच व अनुसंधान जारी है. जिन नंबरों से मैसेज आया है, उनका भी तकनीकी अनुसंधान किया जा रहा है.