शिवपुरी : एसडीआरएफ के मुताबिक लोगों के सिंध नदी के बीच फंसे होने की खबर लगते ही टीम किनारे पर पहुंच गई और फंसे हुए लोगों से संपर्क किया. लेकिन सिंध का बहाव बेहद तेज था जिस वजह से नांव से रेस्क्यू करना असंभव था. इस दौरान सिंधिया एसडीआरएफ से अपडेट लेते रहे. एसडीआरएफ ने बताया कि फंसे लोगों को पानी का बहाव कम होने पर ही रेस्क्यू किया जा सकता है, इसके लिए थोड़ा इंतजार करना होगा. इस बीच केंद्रीय मंत्री सिंधिना ने कहा अगर पानी का बहाव कम नहीं होता तो फंसे हुए लोगों को हेलिकॉप्टर से निकाला जाए.
सुबह तक सभी को किया गया रेस्क्यू
एसडीआरएफ की टीम मोर्चा संभाली रही और पानी का बहाव कम होने लगा, जिसके बाद बचाव अभियान शुरू हो सका. देर रात एक महिला और दो पुरुषों को रेस्क्यू किया गया. वहीं सुबह 6.30 बजे तक बाकी 8 लोगों को बचाया गया. इस रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया तबतक नहीं सोए जबतक आखिरी व्यक्ति को नहीं बचा लिया गया.
सिंधिया ने चरवाहे से फोन पर की बातचीत
सुरक्षित निकाले जाने के बाद केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बाढ़ में अकेले फंसे चरवाहे से फोन पर बात की. केंद्रीय मंत्री ने उसका हाल लिया और फिर कहा मैं हूं ना , कुछ नहीं होने दूंगा. इसके बाद चरवाहे के मवेशियों की जानकारी ली कि वे बचे या नहीं. चरवाहे ने बताया कि मवेशियों को भी बचा लिया गया लेकिन उसे रात में मौत का डर सताने लगा था.
दो अलग-अलग स्थानों पर फंसे थे लोग
गौरतलब है कि कोलारस थाना क्षेत्र के भड़ौता में गुरुवार रात सिंध नदी उफान पर आ गई. जिससे पुल के पास कुल 11 लोग रपटा पार करते समय सिंध के तेज बहाव में फंस गए. इनमें एक महिला भी शामिल थी. पुल के दोनों और चेतावनी के बावजूद भी ये लोग पुल पार कर रहे थे. जिन लोगों का रेस्क्यू किया गया उनमें तीन नाबालिग बच्चे भी शामिल थे.