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पानी की टंकी पर चढ़े वकील, न्यायाधीश पर लगाए मनमानी के आरोप, यहां जानिए पूरा मामला

Dausa Layers Protest, राजस्थान के दौसा में उस वक्त हड़कंप मच गया जब बांदीकुई में न्यायालय परिसर को नए भवन में शिफ्ट करने के विरोध में वकील पानी की टंकी पर चढ़ गए. इस दौरान उन्होंने न्यायाधीश पर लगाए मनमानी के आरोप लगाया.

Dausa Layers Protest
Dausa Layers Protest
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Feb 24, 2024, 7:04 AM IST

दौसा. जिले के बांदीकुई उपखंड में शुक्रवार देर शाम वकीलों ने न्यायालय को नए भवन में शिफ्ट करने के चलते पहले विरोध-प्रदर्शन किया, उसके बाद अपनी मांगों को मनवाने के लिए कुछ अधिवक्ता तहसील परिसर में बनी पानी की टंकी पर चढ़ गए. प्रदर्शन कर रहे वकीलों का कहना है कि नए न्यायालय भवन में वकीलों को बैठने के लिए चैंबर नहीं है. वहीं, आमजन के लिए कोई सुविधा नहीं है. इसके बाद भी गलत तरीके से बांदीकुई शहर से करीब 7 किलोमीटर दूर दूसरे तहसील क्षेत्र के कोलाना में बने नए भवन में न्यायालय परिसर को शिफ्ट किया जा रहा है. हमारी मांग पूरी नहीं होने तक इसे शिफ्ट नहीं होने दिया जाएगा. वहीं, वकीलों के पानी की टंकी पर चढ़ने की सूचना मिलते ही प्रशासनिक अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए.

क्या है मामला ? : बांदीकुई बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष नवीन गुर्जर ने बताया कि बांदीकुई सब डिविजनल में स्थापित न्यायालय को बसवा क्षेत्र में स्थानांतरित किया जा रहा है. इसे लेकर हमारी मांगें उच्च न्यायालय में रिट पिटीशन पेंडिंग हैं, लेकिन हाईकोर्ट न्याय पालिका का जो प्रशासन है. वो पिछली तीन डेट से हमारी बात सुन नहीं रहा और लगातार डेट चेंज की जा रही है. वहीं, रिट के पेंडिंग होते हुए भी स्थानीय बांदीकुई न्यायाधीश द्वारा तीन बार न्यायालय को शिफ्ट करने के आदेश निकाले गए.

पढ़ें : दौसा में न्याय के लिए पानी की टंकी पर चढ़ी दुष्कर्म पीड़िता, 3 घंटे की समझाइश के बाद उतरी

आनन-फानन में 26 फरवरी को कोर्ट शिफ्ट करने के आदेश निकाले : अधिवक्ता नवीन गुर्जर ने कहा- रिट के पेंडिंग होने के कारण आदेश जारी हुए थे कि 2 मार्च को न्यायालय को नए भवन में शिफ्ट किया जाएगा, लेकिन शुक्रवार को जब हम कोर्ट पहुंचे तो आनन-फानन में आदेश निकाले गए कि 26 फरवरी को न्यायालय को नए भवन में शिफ्ट किया जाएगा. ऐसे में अधिवक्ताओं का कहना है कि हम लोगों के साथ होने वाले अन्याय की पैरवी करते है, लेकिन खुद अधिवक्ता उच्च न्यायालय में पैरवी के लिए गए तो हमारी सुनवाई नहीं की जा रही. साथ ही गलत तरीके से जल्दबाजी में न्यायालय को नए भवन में शिफ्ट किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के पास न्यायालय परिसर में हमारे चैंबर के लिए बजट एप्रूवल के लिए भेजा गया है. सरकार उसे स्वीकृत कर कार्य का शिलान्यास करे.

बांदीकुई मजिस्ट्रेट पर लगाया आरोप : इस दौरान अधिवक्ताओं ने न्यायपालिका पर हठधर्मिता का आरोप लगाते हुए कहा कि आज बांदीकुई के स्थानीय न्यायाधीशों द्वारा हठधर्मिता कर जो निर्णय लिया गया है, हम उसका पुरजोर तरीके से विरोध करेंगे. हमारा संघर्ष अन्याय के विरुद्ध है. हम जनता को न्याय दिलाने के लिए पैरवी करते हैं, लेकिन आज हमारे खुद के साथ हो रहे अन्याय से पीछे हट गए तो आमजनता कैसे न्यायपालिका सिस्टम पर विश्वास करेगी.

मांग पूरी नहीं होने तक प्रदर्शन जारी रहेगा : इस दौरान अधिवक्ताओं ने कहा कि हमारा विरोध तब तक जारी रहेगा, जब तक हमारी मांग नहीं मानी जाएगी. चाहे कैसी भी परिस्थिति आ जाए, जब न्यायाधीश हठधर्मिता पर आ सकते हैं तो हम भी अपनी मांगों को लेकर हठधर्मिता पर आ सकते हैं. बांदीकुई डीएसपी ईश्वर सिंह ने बताया कि अधिवक्ताओं के पानी की टंकी पर चढ़ने की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे.

इस दौरान काफी समझाइश के बाद भी वो नीचे नहीं उतरे. उन्होंने कहा कि वकील न्यायालय परिसर को नए भवन में शिफ्ट करने के खिलाफ है. ऐसे में पुलिस प्रशासन किसी प्रकार का आश्वासन नहीं दे सकता. हालांकी, काफी समझाइश के बाद भी वकील रात 9 बजे तक पानी की टंकी से नीचे नहीं उतरे. फिलहाल, पुलिस प्रशासन के आला अधिकारी मौके पर मौजूद हैं.

दौसा. जिले के बांदीकुई उपखंड में शुक्रवार देर शाम वकीलों ने न्यायालय को नए भवन में शिफ्ट करने के चलते पहले विरोध-प्रदर्शन किया, उसके बाद अपनी मांगों को मनवाने के लिए कुछ अधिवक्ता तहसील परिसर में बनी पानी की टंकी पर चढ़ गए. प्रदर्शन कर रहे वकीलों का कहना है कि नए न्यायालय भवन में वकीलों को बैठने के लिए चैंबर नहीं है. वहीं, आमजन के लिए कोई सुविधा नहीं है. इसके बाद भी गलत तरीके से बांदीकुई शहर से करीब 7 किलोमीटर दूर दूसरे तहसील क्षेत्र के कोलाना में बने नए भवन में न्यायालय परिसर को शिफ्ट किया जा रहा है. हमारी मांग पूरी नहीं होने तक इसे शिफ्ट नहीं होने दिया जाएगा. वहीं, वकीलों के पानी की टंकी पर चढ़ने की सूचना मिलते ही प्रशासनिक अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए.

क्या है मामला ? : बांदीकुई बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष नवीन गुर्जर ने बताया कि बांदीकुई सब डिविजनल में स्थापित न्यायालय को बसवा क्षेत्र में स्थानांतरित किया जा रहा है. इसे लेकर हमारी मांगें उच्च न्यायालय में रिट पिटीशन पेंडिंग हैं, लेकिन हाईकोर्ट न्याय पालिका का जो प्रशासन है. वो पिछली तीन डेट से हमारी बात सुन नहीं रहा और लगातार डेट चेंज की जा रही है. वहीं, रिट के पेंडिंग होते हुए भी स्थानीय बांदीकुई न्यायाधीश द्वारा तीन बार न्यायालय को शिफ्ट करने के आदेश निकाले गए.

पढ़ें : दौसा में न्याय के लिए पानी की टंकी पर चढ़ी दुष्कर्म पीड़िता, 3 घंटे की समझाइश के बाद उतरी

आनन-फानन में 26 फरवरी को कोर्ट शिफ्ट करने के आदेश निकाले : अधिवक्ता नवीन गुर्जर ने कहा- रिट के पेंडिंग होने के कारण आदेश जारी हुए थे कि 2 मार्च को न्यायालय को नए भवन में शिफ्ट किया जाएगा, लेकिन शुक्रवार को जब हम कोर्ट पहुंचे तो आनन-फानन में आदेश निकाले गए कि 26 फरवरी को न्यायालय को नए भवन में शिफ्ट किया जाएगा. ऐसे में अधिवक्ताओं का कहना है कि हम लोगों के साथ होने वाले अन्याय की पैरवी करते है, लेकिन खुद अधिवक्ता उच्च न्यायालय में पैरवी के लिए गए तो हमारी सुनवाई नहीं की जा रही. साथ ही गलत तरीके से जल्दबाजी में न्यायालय को नए भवन में शिफ्ट किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के पास न्यायालय परिसर में हमारे चैंबर के लिए बजट एप्रूवल के लिए भेजा गया है. सरकार उसे स्वीकृत कर कार्य का शिलान्यास करे.

बांदीकुई मजिस्ट्रेट पर लगाया आरोप : इस दौरान अधिवक्ताओं ने न्यायपालिका पर हठधर्मिता का आरोप लगाते हुए कहा कि आज बांदीकुई के स्थानीय न्यायाधीशों द्वारा हठधर्मिता कर जो निर्णय लिया गया है, हम उसका पुरजोर तरीके से विरोध करेंगे. हमारा संघर्ष अन्याय के विरुद्ध है. हम जनता को न्याय दिलाने के लिए पैरवी करते हैं, लेकिन आज हमारे खुद के साथ हो रहे अन्याय से पीछे हट गए तो आमजनता कैसे न्यायपालिका सिस्टम पर विश्वास करेगी.

मांग पूरी नहीं होने तक प्रदर्शन जारी रहेगा : इस दौरान अधिवक्ताओं ने कहा कि हमारा विरोध तब तक जारी रहेगा, जब तक हमारी मांग नहीं मानी जाएगी. चाहे कैसी भी परिस्थिति आ जाए, जब न्यायाधीश हठधर्मिता पर आ सकते हैं तो हम भी अपनी मांगों को लेकर हठधर्मिता पर आ सकते हैं. बांदीकुई डीएसपी ईश्वर सिंह ने बताया कि अधिवक्ताओं के पानी की टंकी पर चढ़ने की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे.

इस दौरान काफी समझाइश के बाद भी वो नीचे नहीं उतरे. उन्होंने कहा कि वकील न्यायालय परिसर को नए भवन में शिफ्ट करने के खिलाफ है. ऐसे में पुलिस प्रशासन किसी प्रकार का आश्वासन नहीं दे सकता. हालांकी, काफी समझाइश के बाद भी वकील रात 9 बजे तक पानी की टंकी से नीचे नहीं उतरे. फिलहाल, पुलिस प्रशासन के आला अधिकारी मौके पर मौजूद हैं.

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