जयपुर: शिया समुदाय के लोगों ने हवामहल विधायक बालमुकुंद आचार्य के खिलाफ जयपुर के ब्रह्मपुरी थाने में परिवाद दिया है. शिया समुदाय की ओर से 26 अगस्त जन्माष्टमी को जुलूस निकाला जा रहा था. विधायक पर जुलूस में बाधा डालने और अभद्र भाषा बोलने का आरोप लगाया गया है. वहीं इन आरोपों को बालमुकुंद आचार्य ने मिथ्या बताया है.
बालमुकुंद आचार्य ने कहा कि आरोप बिल्कुल गलत हैं. जन्माष्टमी पर्व पर गोविंद देवजी मंदिर में लाखों श्रद्धालुओं का आगमन हो रहा था. इस दौरान हमें जलमहल की तरफ जाना था. सुभाष चौक से जलमहल तक रास्ते बंद थे. जब पता किया गया कि रास्ता बंद क्यों है, तो पता चला कि यहां पर कोई जुलूस निकल रहा है. जुलूस निकालने से कोई दिक्कत नहीं है. लेकिन एक मार्ग खोल दिया जाए. हमने अधिकारियों से आग्रह किया कि जुलूस रुका हुआ था, जिसे धीरे-धीरे आगे बढ़ाते रहे. जुलूस दोनों तरफ के मार्ग पर था. जिसको हमने कहा कि एक मार्ग पर जुलूस को कर दिया जाए और दूसरे मार्ग पर लोगों का आवागमन हो सके.
पुलिस प्रशासन के साथ मिलकर एक तरफ जुलूस और दूसरी तरफ ट्रैफिक चलने की व्यवस्था की गई. काफी दूरी पर जुलूस था. लेकिन कुछ लोग भड़क कर मेरी तरफ आए और अपशब्द बोलने लगे. उन लोगों के पूरे शरीर पर खून लगा हुआ था और हाथों में धारदार हथियार थे. उन लोगों ने कहा कि दोनों रास्ते बंद रहेंगे. इस बात पर हमने कहा कि ऐसा मत करो. आपका जुलूस भी निकालना चाहिए और लोगों को भी परेशानी नहीं हो. जन्माष्टमी पर लोगों का आवागमन भी हो सके.
बालमुकुंद आचार्य ने कहा कि हमने तो केवल इतना ही आग्रह किया था कि एक तरफ ट्रैफिक चलता रहे और दूसरी तरफ जुलूस निकलता रहे. लेकिन इस दौरान कुछ लोगों ने माहौल खराब करने का प्रयास किया, जिन लोगों ने मुझ पर आरोप लगाए हैं, वह बिल्कुल झूठे हैं. जब पुलिस प्रशासन से पूछा गया कि रास्ते बंद करने का कोई आदेश है, तो उन्होंने मना कर दिया, किस तरह का कोई आदेश नहीं है. लेकिन हमने मौके पर लोगों की भीड़ और शिकायत को देखकर व्यवस्थाओं को सही करने का प्रयास किया था.
वहीं शिया समाज की ओर से ब्रह्मपुरी थाने में परिवाद दिया गया है कि सोमवार को शिया समुदाय की ओर से पैगंबर मोहम्मद साहब के नवासे हजरत इमाम हुसैन के चालीसवें का जुलूस निकल रहा था. प्रशासन की ओर से जुलूस को जाप्ता भी दिया जाता रहा है. यह रजिस्टर्ड और लाइसेंसशुदा जुलूस है. सोमवार शाम करीब 6 बजे जुलूस रामगढ़ मोड़ स्थित होटल क्लब महिंद्रा के सामने पहुंचा, तो वहां पर विधायक बाबा बालमुकुंद आचार्य पहुंचे. जुलूस पर टीका टिप्पणी करते हुए अभद्र भाषा का प्रयोग किया. इससे शिया समुदाय और हजरत इमाम हुसैन में आस्था रखने वाले लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं.