पटना: पटना के गांधी मैदान में रविवार को तेजस्वी यादव की जन विश्वास महारैली में संख्या बल जुटाने के बदले भाकपा माले को इनाम मिला है. पार्टी को अब उच्च सदन में भी बिहार का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिल गया है. विधान परिषद के लिए पार्टी को एक सीट दिया गया है. राजद और कांग्रेस ने भी माले उम्मीदवार का समर्थन किया है.
शशि यादव बनीं MLC प्रत्याशी: मिली जानकारी के अनुसार, माले की ओर से पार्टी की पोलित ब्यूरो सदस्य शशि यादव को विधान परिषद का उम्मीदवार बनाया गया है. पार्टी ने इसकी घोषणा भी कर दी गई है. बता दें कि शशि यादव ने साल 2020 में संजीव चौरसिया के खिलाफ दीघा विधानसभा सीट पर महागठबंधन की विधायक प्रत्याशी रह चुकी हैं.
महागठबंधन नेतृत्व का आभार जताया: वहीं, ईटीवी भारत से विशेष बातचीत के दौरान शशि यादव ने इस नई भूमिका के लिए पार्टी और महागठबंधन नेतृत्व के प्रति आभार जताया. उन्होंने कहा कि महागठबंधन की ओर से यह फैसला लिया जाएगा कि किस दिन जाकर वह नामांकन करेंगी. इसकी सूचना आप लोगों को भी उपलब्ध कराई जाएगी.
"बिहार में जितने भी स्कीम वर्कर है, चाहे वह आशा वर्कर हो, आंगनबाड़ी सेविका हो, मिड डे मील वर्कर हो या जीविका दीदी हो, इन सभी श्रमिक महिलाओं के मान-सम्मान और सम्मानजनक वेतन के लिए मैं हमेशा लड़ाई लड़ती रहूंगी. इनके लिए मैं सदन में भी आवाज उठाउंगी." - शशि यादव, माले उम्मीदवार
'महिलाओं को सम्मानजनक वेतन नहीं मिल रहा': उन्होंने कहा कि 8 मार्च को महिला दिवस है. लेकिन आज भी श्रमिक महिलाओं को सम्मानजनक वेतन नहीं मिल रहा है. वह इसकी लड़ाई लड़ रही हैं. महिला दिवस के दो दिन पहले पार्टी ने उनको उम्मीदवार बनाकर महिला प्रतिनिधित्व को लेकर पार्टी की प्रतिबद्धता को दर्शाया है.
सदन में महिलाओं की 33% भागीदारी: शशि यादव ने कहा कि नारी शक्ति वंदन अधिनियम लाया गया है. इसके तहत सदन में महिलाओं की 33% भागीदारी की बात कही गई है. यह 2029 से होगा. लेकिन राजनीतिक दलों को इस लोकसभा चुनाव से ही महिला उम्मीदवारों को उचित भागीदारी देकर महिला सशक्तिकरण के लिए अपनी प्रतिबद्धता दिखानी चाहिए.
अपनी भूमिका का निर्वहन करूंगी: उन्होंने कहा कि भाकपा माले शुरू से महिलाओं के हक की आवाज उठाते आ रही है. हमारी पार्टी हमेशा महिला नेतृत्व को बढ़ावा देती रही है. अन्य दलों को भी इसका अनुसरण करने की जरूरत है. उन्हें प्रदेश में पार्टी की ओर से नई भूमिका दी गई है और उच्च सदन में अपनी भूमिका का वह बखूबी निर्वहन करेंगी.
इसे भी पढ़े- बिहार में 2030 तक नीतीशे कुमार!, जेडीयू के दावे के बीच विधानपरिषद के लिए चौथी बार किया नामांकन