छतरपुर। छतरपुर में एक दुर्गा पंडाल में देवी की प्रतिमा के साथ नशा मुक्ति की झांकी भी सजाई गई है, जो आकर्षण का केंद्र है. शहर के बस स्टैंड पर श्री सिद्धि विनायक नवदुर्गा उत्सव समिति पिछले 17 सालों से पंडाल में माता की प्रतिमा स्थापित कर रही है. इसमें हर वर्ष सामाजिक बुराई को लेकर प्रतिमा स्थापित कर संदेश दिया जाता है. इस बार माता के साथ अन्य प्रतिमाएं स्थापित कर नशामुक्ति का संदेश दिया जा रहा है.
नशे से दूर रहने का संदेश देती झांकी
पंडाल में एक ओर मां दुर्गा के साथ अर्धनारीश्वर भगवान शिव शक्ति विराजमान हैं. वहीं दूसरी ओर एक पुरुष एक हाथ में शराब की बोतल और एक हाथ में सिगरेट लिए नशा कर रहा है. उसके सामने खड़ी उसकी पत्नी और बच्चे उसको ऐसा करने से रोक रहे हैं. इस प्रकार की झांकी का उद्देश्य है कि लोग नशे से दूर रहें. क्योंकि गुटखा, तंबाकू, सिगरेट और शराब आज घर-घर पहुंच गई है. जिससे लोगों में कैंसर जैसी बीमारियां बढ़ रही है और लोग बर्बाद हो रहे हैं. इस झांकी को देखने के लिए लोग दूर-दूर से आ रहे हैं.
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सकारात्मक सामाजिक संदेश देने की कोशिश
समिति द्वारा अब तक भ्रूण हत्या बंद करने, अपने बुजुर्ग माता-पिता को वृद्धाश्रम है न भेजने, आपसी छुआछूत और ऊंच-नीच के भाव को मिटाने, मतदान करने, कोरोना योद्धाओं का सम्मान करने, वृक्ष बचाओ पौधे लगाओ के संदेश देने बाली प्रतिमाओं को स्थापित कर चुकी है. वहीं समिति के अध्यक्ष अरविन्द्र गोस्वामी ने बताया "कई वर्षों से मुक्ति की स्थापना की जा रही है. मूर्ति के साथ कुछ सामाजिक संदेश भी लोगों तक जाए, यही समिति का उद्देश्य है. इस झांकी का लोगों के मन पर सकारात्मक असर हो रहा है."