गोरखपुर: अंतरराष्ट्रीय भोजपुरी गायक और उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी के पूर्व सदस्य डॉ. राकेश श्रीवास्तव ने, भोजपुरी की लता मंगेशकर कहीं जाने वाली शारदा सिन्हा के निधन पर गहरा दूर व्यक्त किया है. गोरखपुर निवासी भोजपुरी एसोसिएशन ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष इस अंतरराष्ट्रीय गायक ने कहा है कि, शारदा सिन्हा जी की जो आवाज थी, भविष्य में भी उसकी पूर्ति असंभव ही प्रतीत होती है.
डॉ. राकेश श्रीवास्तव ने कहा, कि संगीत और लोक कला के मंच से अपनी जो अद्भुत प्रस्तुति समाज के बीच में दी है, वह अनुकरणीय है. उन्होंने कहा, कि उनके मंच पर सादगी, सभ्यता भी नजर आती थी. जब वह गीत की प्रस्तुति करती थीं. जबकि आज के दौर में गीत संगीत से ज्यादा मंचों पर कूद फांद होती है. उनका निधन भोजपुरी गीतों और गायको को स्तब्ध कर देने वाली सूचना है.शालीनता और मर्यादा की भी वह एक अनुपम उदाहरण थी. उनकी क्षति भोजपुरी गीत संगीत के साथ लोक कला और भारतीय संगीत जगत के लिए बड़ी छाती है. वह देश ही नहीं, दुनिया की एक जानी पहचानी हस्ती थी. भोजपुरी समाज उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता है.
प्रख्यात लोक गायिका, पद्म भूषण डॉ. शारदा सिन्हा जी का निधन अत्यंत दुःखद व संपूर्ण संगीत जगत के लिए अपूरणीय क्षति है।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) November 5, 2024
उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि!
उन्होंने अपने उत्कृष्ट पारंपरिक गायन के माध्यम से मैथिली, भोजपुरी सहित अनेक लोक भाषाओं और लोक संस्कृति की सेवा की तथा राष्ट्रीय पटल पर…
इसके साथ ही सीएम योगी ने भी सोशल मीडिया पर इसको लेकर ट्वीट किया है. उन्होंने अपने X अकॉउन्ट पर लिखा है, कि प्रख्यात लोक गायिका, पद्म भूषण डॉ. शारदा सिन्हा जी का निधन अत्यंत दुःखद व संपूर्ण संगीत जगत के लिए अपूरणीय क्षति है. उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि! उन्होंने अपने उत्कृष्ट पारंपरिक गायन के माध्यम से मैथिली, भोजपुरी सहित अनेक लोक भाषाओं और लोक संस्कृति की सेवा की तथा राष्ट्रीय पटल पर उन्हें सम्मान दिलाया. प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान तथा उनके शोकाकुल परिजनों एवं प्रशंसकों को यह अथाह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें.ॐ शांति!
इसे भी पढ़े-पिछड़ा वर्ग के युवा 10 नवंबर तक कर सकेंगे कम्प्यूटर प्रशिक्षण योजना में आवेदन