शहडोल: खेलों की दुनिया में मध्य प्रदेश के शहडोल जिले का अलग ही नाम है. जिसमें क्रिकेट के खेल की तो बात ही अलग है. यहां के लड़के या फिर लड़कियां सभी देश दुनिया में कमाल कर रहे हैं. पूजा वस्त्रकार ने भारतीय टीम में जगह बनाकर जो शुरुआत की थी, उसके बाद से यहां से लड़कियों का गजब टैलेंट निकल रहा है. जो क्रिकेट की दुनिया में पहचान बना रहा है. उन्हीं में से एक नाम संस्कृति गुप्ता का है. जिन्होंने एक साल में ही इतने सारे अचीवमेंट हासिल कर लिए हैं, जिसके बाद इन्हें भविष्य का एक बड़ा ऑलराउंडर माना जा रहा है.
संस्कृति का कमाल, भर रही उड़ान
संस्कृति गुप्ता आज वो नाम बन चुकी हैं, जो किसी पहचान की मोहताज नहीं है. संस्कृति गुप्ता ने अपने खेल के दम पर एक अलग मुकाम हासिल कर लिया है, तभी तो अब उनकी हर ओर डिमांड हो रही है. अभी हाल ही में संस्कृति गुप्ता ने मध्य प्रदेश की सीनियर टीम की ओर से खेलते हुए बेहतरीन ऑलराउंडर खेल का प्रदर्शन किया. उसी का नतीजा रहा कि मध्य प्रदेश की टीम वनडे टूर्नामेंट में जीत हासिल करने में कामयाब रही. जिसमें संस्कृति गुप्ता ने समय-समय पर गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों में कमाल दिखाया. संस्कृति गुप्ता को मुंबई इंडियंस की टीम ने वुमन प्रीमियर लीग के लिए भी अपनी टीम में शामिल किया है.
शहडोल क्रिकेट एकेडमी के कोच सोनू रॉबिंसन बताते हैं कि "अब संस्कृति गुप्ता चैलेंजर ट्रॉफी के लिए भी सेलेक्ट हो चुकी हैं. मतलब वहां भी अपनी गेंदबाजी और बल्लेबाजी से कमाल करती नजर आएंगी. महज कुछ ही समय में संस्कृति गुप्ता ने जिस तरह से क्रिकेट की दुनिया में अपना नाम बनाया है. उसे देखकर क्रिकेट के जानकारों का कहना है की संस्कृति गुप्ता बहुत जल्द देश की बेहतरीन ऑलराउंडर में से एक होंगी."
बेहतरीन ऑल राउंडर हैं संस्कृति
कोच सोनू रॉबिंसन बताते हैं कि "संस्कृति एक बहुत अच्छी ऑलराउंडर हैं. लेफ्ट हैंड बैटिंग करती हैं और ऑफ ब्रेक स्पिन बॉलिंग करती हैं. एक बेहतरीन ऑलराउंडर के दम पर वो महज 19 साल की उम्र में मध्य प्रदेश की सीनियर टीम से खेलती हैं. संस्कृति गुप्ता ने अभी हाल ही में हुए वनडे टूर्नामेंट में मध्य प्रदेश की सीनियर टीम की ओर से खेलते हुए बेहतरीन प्रदर्शन किया. एक मैच में 18 रन देकर 6 विकेट उनका बेस्ट रहा.
वहीं बल्लेबाजी में 50 रन उनका बेस्ट रहा. जिस तरह से वो बल्लेबाजी और गेंदबाजी करती हैं, वो टीम को अच्छा बैलेंस करती हैं. अगर संस्कृति गुप्ता अपने लय से नहीं भटकती हैं, इसी तरह आगे बढ़ती रहती हैं. अपने खेल में सुधार करती रहती हैं, तो वो एक अच्छी ऑलराउंडर बनकर उभर सकती हैं."
खुला आसमान उड़ान भरने को तैयार
शहडोल डिवीजन क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव अजय द्विवेदी बताते हैं कि "मध्य प्रदेश की सीनियर वुमन टीम ने अभी हाल ही में वनडे टूर्नामेंट में पहली बार फाइनल खेली और जीती भी. उस टीम का हिस्सा शहडोल से खेलने वाली संस्कृति गुप्ता भी रही. उनके प्रदर्शन का भी इस जीत में एक अहम रोल रहा. हाल ही में संस्कृति गुप्ता को मुंबई इंडियंस ने भी अपनी टीम में शामिल किया गया है. एक तरह से देखा जाए तो संस्कृति के लिए आगे के रास्ते खुल चुके हैं. अब वो क्रिकेट की दुनिया में उड़ान भरने को तैयार हैं.
लड़कियों के लिए क्रिकेट की नर्सरी
देखा जाए तो शहडोल जिला भले ही आदिवासी बहुल इलाका है, लेकिन यहां लड़कियों के लिए क्रिकेट की एक नर्सरी तैयार हो चुकी है. शहडोल से आए दिन लड़कियां क्रिकेट में बड़ा नाम कमा रही हैं. पूजा वस्त्रकार जैसी खिलाड़ी भारतीय महिला टीम से क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में खेलती हैं. इसके अलावा पूनम सोनी भी हैं. जिन्होंने एक अपनी खास पहचान बनाई है. अब संस्कृति गुप्ता उड़ान भरने को तैयार हैं.
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शहडोल में खिलाड़ियों को बेहतर माहौल देने का प्रयास
इसे लेकर शहडोल संभागीय क्रिकेट संघ के अध्यक्ष सुनील खरे बताते हैं कि "शहडोल में लड़कियों के लिए एक अच्छा क्रिकेट का माहौल तैयार हो चुका है. हमारी कोशिश रहती है कि उन्हें हम हर सुविधा आसानी से उपलब्ध करा सकें. यहां क्रिकेट सीखने के लिए बाहर से भी लड़कियां आती हैं. संस्कृति गुप्ता सीधी की रहने वाली हैं, लेकिन इन्होंने क्रिकेट की एबीसीडी शहडोल से सीखी है. महज 13 वर्ष की उम्र से शहडोल में क्रिकेट सीख रही हैं. ऐसी कई लड़कियां दूर दराज से आती हैं, जिन्हें हमारी कोशिश रहती है कि हम बेहतर क्रिकेट के लिए एक सुरक्षित और खुशनुमा माहौल दें.
यहां रहने के लिए हमारी कोशिश रहती है कि हर सम्भव मदद कर सकें. उन्हें यहां रहने और खेलने में कोई असुविधा न हो इसका ध्यान रखते हैं. जिससे वो सिर्फ क्रिकेट पर फोकस कर सकें, इसीलिए यहां लड़कियों का क्रिकेट में सक्सेस रेट बेहतर है."