शहडोल। आलू को सब्जियों का ऑलराउंडर कहें तो गलत नहीं होगा, क्योंकि आलू एक ऐसी सब्जी है, जो लगभग-लगभग हर घर में हर दिन बनती है. अलग-अलग सब्जियों में आलू मिलाकर बनाया जाता है. अलग-अलग तरीके से आलू के कई तरह के स्वादिष्ट डिश तैयार किए जाते हैं. आलू का चोखा तो प्रसिद्ध है ही, लेकिन अब यही आलू जो आसानी से कम दाम में लोगों को मिल जाता था, इन दिनों इसके लिए लोगों को अच्छे खासे पैसे चुकाने पड़ रहे हैं. क्योंकि आलू के ताजा दाम आपके होश उड़ा देंगे. आखिर सब्जियों का 'ऑलराउंडर' आलू अचानक इतना महंगा क्यों हो गया है.
आलू के ताजा दाम उड़ा देंगे होश
पार्वती और पूजा तिवारी हाउसवाइफ हैं, किचन की जिम्मेदारी उन्हीं लोगों पर है, हर दिन सब्जियों में क्या बनना है, अपने-अपने घरों में दोनों तय करती हैं. आलू के ताजा दामों को लेकर पार्वती और पूजा तिवारी कहती हैं कि ''आलू इस समय कितना महंगा हो गया है और हर दिन महंगाई इसकी बढ़ती ही जा रही है. जबकि आलू एक ऐसी सब्जी है कि अगर घर में कोई सब्जी ना हो तो सिर्फ आलू ही बना लो तो काम चल जाता है. किसी भी सब्जी में आलू मिला लो तो वो सब्जी स्वादिष्ट हो जाती है और साथ में सब्जी की मात्रा भी बढ़ जाती है. कम पैसे में एक सब्जी मिल जाती थी, लेकिन आजकल आलू के लिए भी अच्छे खासे पैसे खर्च करने पड़ रहे हैं.''
आलू के दामों ने बढ़ाई गृहणियों की चिंता
पार्वती और पूजा तिवारी बताती हैं कि अक्सर वो दो-तीन दिन में आलू खरीद लेती थीं, क्योंकि इससे अच्छे आलू भी मिल जाते थे और खराब भी नहीं होते थे. दाम भी बहुत ज्यादा नहीं थे, लेकिन इन दिनों वो लोग भी पशोपेश में है क्योंकि जिस तरह से हर दिन आलू के दाम बढ़ रहे हैं उससे अब उन्हें यह टेंशन हो रही है कि आने वाले समय में आलू के दाम और ना बढ़ जाए. वो चिंतित है कि ज्यादा आलू खरीदने में खराब होगा और नहीं खरीदने में दाम बढ़ेंगे. आलू एक ऐसी सब्जी है कि घर में हर दिन लगती है, छोटे बच्चों की सबसे पसंदीदा सब्जियों में से एक है. या यूं कहें की सब्जियों का राजा आलू है. सबसे ज्यादा खपत होने वाली सब्जियों में से एक आलू है, और अगर इसी सब्जी के दाम इतने ज्यादा बढ़ जाएंगे तो फिर किचन का बजट तो बिगड़ना तय है.
आलू के ताजा दाम?
आखिर आलू का ताजा दाम कितना है? सब्जियों का राजा आलू के ताजा दाम की बात करें तो इसे लेकर आलू प्याज के व्यापारी उपेंद्र कुशवाहा बताते हैं कि ''वर्तमान में आलू ₹30 से ₹35 प्रति किलो खुले बाजार में बिक रहा है, तो वहीं थोक में ही 24 से ₹25 किलो तक बिक रहा है.'' उपेंद्र कुशवाहा कहते हैं कि अभी तो आलू के दाम बढ़ेंगे और यह दाम आने वाले समय में ₹50 तक भी पहुंच सकते हैं.
क्यों बढ़ रहे दाम?
आखिर आलू के दाम इतने क्यों बढ़ रहे हैं. इसे जानने के लिए हमने कई आलू व्यापारियों से चर्चा की तो उनका कहना है कि ''पहली वजह तो यही है की आलू की डिमांड बहुत ज्यादा है, और इस बार आलू बाजार में उपलब्ध भी बहुत कम है, खेतों में इसके प्रोडक्शन पर भी पड़ा है. इस बार आलू का उत्पादन अच्छा नहीं हुआ है. बेमौसम बारिश और रोग ने आलू की फसल को बर्बाद किया है, जिसकी वजह से आलू उत्पादन कम हुआ है और बाजार में माल कम है. लेकिन डिमांड ज्यादा है इसलिए आलू के दाम तो बढ़ेंगे ही.'' कुछ और व्यापारी बताते हैं इस बार गर्मी भी ज्यादा पड़ रही है और आलू खराब भी हो रहा है. बेमौसम बारिश से आलू में रोग लगा है, उसकी वजह से जो नया आलू आ रहा है, उसकी क्वालिटी उतनी अच्छी नहीं है. ग्राहक अच्छी क्वालिटी के आलू की डिमांड कर रहे हैं. यह भी एक वजह है कि आलू के दाम बढ़ रहे हैं.
आलू का उत्पादन कहां सबसे ज्यादा?
आखिर आलू का उत्पादन सबसे ज्यादा कहां होता है और इस बार फसल की क्या स्थिति रही है. इसे जानने के लिए हमने कुछ एक्सपर्ट से जब बात की तो उनका कहना है कि आलू उत्पादन में भारत दूसरे नंबर पर है. चीन दुनिया का सबसे अधिक आलू उत्पादन करने वाला देश है. देश में सबसे ज्यादा उत्तरप्रदेश में लगभग 29 से 30 प्रतिशत आलू का उत्पादन होता है. इस मामले में दूसरे स्थान पर पश्चिम बंगाल है, यहां लगभग 25-30 प्रतिशत तक आलू का उत्पादन होता है. वहीं देश में तीसरे नंबर पर आलू उत्पादन के मामले में बिहार राज्य है, 20 फीसदी हिस्सेदारी बिहार की है. इसके अलावा गुजरात में 5 से 7 फ़ीसदी और मध्य प्रदेश में 7 से 10 फ़ीसदी उत्पादन आलू का होता है.
कई साल बाद आलू के बढ़े दाम?
आलू व्यापारी उपेंद्र कुशवाहा बताते हैं कि जिस तरह से आलू के दाम दिन प्रति दिन बढ़ रहे हैं, ऐसी स्थिति कई सालों के बाद बनी है. 2020 में ये स्थिति बनी थी, जब आलू के दाम इन दिनों तेज़ी से बढ़ रहे थे. क्योंकि अभी अप्रैल का महीना चल रहा है और अप्रैल के महीने में पिछले साल यही आलू 10 से ₹15 किलो बिकता था, क्योंकि अभी ज्यादा समय नहीं हुआ है जब नया आलू आया है, लेकिन यही आलू अब सीधे-सीधे डबल रेट में 30 से ₹35 प्रति किलो की दर से बिक रहा है. हालांकि आलू के दाम बढ़ने के पीछे की मुख्य वजह उपेंद्र कुशवाहा भी यही मानते हैं कि इस बार उत्पादन कम हुआ है. आलू की फसल का नुकसान हुआ है बाजार में आलू कम आया है और इसकी डिमांड ज्यादा है.
हर किचन की पहली पसंद आलू
निशा रजक कहती हैं कि, ''आलू हर किचन की पहली पसंद है, हर घर में आप आलू-प्याज पा जाएंगे और हर दिन बनने वाली सब्जियों में से एक है. बच्चे इसे बहुत पसंद करते हैं, स्कूल में टिफिन ले जाना हो या घर में खाना हो तो आलू उनकी फेवरेट होती है. साथ ही आलू से कई तरह के अलग-अलग प्रकार के स्वादिष्ट दूसरे डिश भी तैयार किए जाते हैं. गर्मी में आलू का चोखा खूब चलता है, इसके अलावा अगर आपके घर में सब्जी नहीं है और आलू है तो काम चल जाता है. लेकिन अगर आलू ही इतनी महंगी हो जाएगी और किचन से आलू ही गायब हो जाएगी, तो सोचिए गुजारा कैसे चलेगा.''