शहडोल (अखिलेश शुक्ला): मध्य प्रदेश का शहडोल जिला पिछले दिनों एक साथ 10 हाथियों की मौत से चर्चा में रहा था. हाथियों की मौत कोदो खाने से हुई थी. अब शहडोल का एक युवा इसी कोदो चावल को विदेशी रसोइयों तक पहुंचाने की तैयारी में है. दरअसल, शुभम तिवारी नामक उद्यमी युवा जिले में एक फूड प्रोसेसिंग यूनिट शुरू करने जा रहे हैं. जिसमें मिलेट्स की प्रोसेसिंग होगी और उससे अलग-अलग फ्लेवर में कई खाद्य पदार्थ तैयार किए जाएंगे. यूनिट शुरू होने से पहले ही विदेशों से कई ऑर्डर भी आ चुके हैं. शुभम इस यूनिट को शुरू करने को लेकर काफी उत्साहित हैं.
30 साल के शुभम नें शुरू किया स्टार्टअप
शहडोल जिला मुख्यालय के रहने वाले शुभम तिवारी जिनकी उम्र 30 साल है एक स्टार्टअप शुरू किया है. जिसके तहत जिले में एक फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगा रहे हैं, जिसमें 10 तरह के मिलेट्स की प्रोसेसिंग की जाएगी और इससे कई तरह के खाद्य पदार्थ तैयार किए जाएंगे. ये फूड प्रोसेसिंग यूनिट शहडोल जिले में नेशनल हाईवे-43 बुढ़ार से लगे साबो में बनकर लगभग तैयार हो गया है. इस यूनिट का शुभारंभ 16 जनवरी को होना है. इसी दिन शहडोल संभागीय मुख्यालय में रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव का आयोजन भी होगा.
विदेशी रसोई तक पहुंचेगा शहडोल का कोदो राइस
खास बात यह है कि अभी इस फूड प्रोसेसिंग यूनिट की शुरुआत नहीं हुई और विदेशों से कई ऑर्डर आ चुके हैं. शुभम तिवारी बताते हैं कि "ये यूनिट जैसे ही शुरू होगी, सबसे पहले विदेशी ऑर्डर की डिलीवरी की जाएगी. अभी तक उन्हें कोदो राइस के लिए साढ़े 42 टन का विदेशों से ऑर्डर मिल चुका है, जिसमें श्रीलंका में 12 टन, अमेरिका में 10 टन और बाकी का यूएई से ऑर्डर आया है. जिनकी डिलीवरी जल्द कराई जाएगी. इस तरह से शहडोल का कोदो विदेशी रसोइयों तक अपने स्वाद का जलवा बिखेरने जा रहा है."
यूनिट शुरू करने में कितनी लागत आई?
युवा उद्यमी शुभम बताते हैं कि "इस फूड प्रोसेसिंग यूनिट को लगाने में अब तक बहुत ज्यादा खर्च आ गया है. इसको पूरा होते-होते लगभग 2 करोड़ की लागत हो जाएगी." उन्होंने इस उद्योग को शुरू करने में उद्यानिकी विभाग की योजना का लाभ भी लिया है, जिसमें फूड प्रोसेसिंग यूनिट को बढ़ावा दिया जा रहा है. इसके लिए उद्यमियों को अधिकतम 10 लाख तक का अनुदान भी दिया जा रहा है. इस यूनिट में टोटल 12 मशीनें लगाई गई हैं, जिसमें से कुछ मशीनें जर्मनी सहित विदेशों से भी मंगाई गई हैं. इसके अलावा तमिलनाडु और दिल्ली से भी मशीन लाई गई हैं."
किस तरह के प्रोडक्ट बनाएगी ये यूनिट
यूनिट के काम करने के प्रकार को लेकर शुभम तिवारी बताते हैं कि "यह फूड प्रोसेसिंग यूनिट अलग तरीके से काम करेगी और कई तरह के प्रोडक्ट बनाएगी. इसमें 10 तरह के मिलेट्स की प्रोसेसिंग की जाएगी. अभी हमारी आटा और सूजी की मशीन इंस्टॉल हो गई है. पास्ता की यूनिट लगने वाली है. यहां हमारी कोशिश है कि मिलेट्स की प्रोसेसिंग तो करेंगे ही, इसके अलावा कई न्यूट्रिशन वाले हेल्दी प्रोडक्ट भी तैयार किये जाएंगे.
जैसे सूजी, चावल, आटा, मल्टीग्रेन आटा, इडली डोसा का बैटर, पास्ता, मैक्रोनी, मैगी के साथ कुकीज, ब्रेड मिलेट्स के लड्डू बनेंगे. इसके अलावा भी कई तरह के प्रोडक्ट बनाने की तैयारी है. इस यूनिट में जो उत्पाद तैयार किए जाएंगे उसमें मुनगा और स्टीविया जैसे न्यूट्रिशन वाली चीजों का भी इस्तेमाल किया जाएगा."
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'एमपी में इस तरह की पहली यूनिट'
शुभम तिवारी ने बताया कि "वह जो यूनिट शुरू कर रहे हैं वह मध्य प्रदेश में अपने आप में पहली है. क्योंकि एमपी में कई यूनिट हैं लेकिन वे सिर्फ मिलेट्स की प्रोसेसिंग करती हैं. यहां एक ही जगह पर मिलेट्स की प्रोसेसिंग के साथ अलग-अलग फ्लेवर में कई उत्पाद भी तैयार किए जाएंगे. शुरू होने से पहले ही मिल रहे इतने अच्छे रिस्पांस से शुभम काफी खुश हैं." उनका कहना है वह पिछले कुछ सालों से लगातार इस फूड प्रोसेसिंग यूनिट को लेकर जो रिसर्च कर रहे थे और अब उन्हें जो आउटपुट मिल रहा है, इससे उनका उत्साह काफी बढ़ गया है