शहडोल: मध्य प्रदेश के शहडोल जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां 3 बदमाशों ने खुद को पुलिस बताकर राहगीरों से लूट की वारदात को अंजाम दिया और फरार हो गए. इस मामले की शिकायत मिलते ही असली पुलिस ने तीनों ही आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. साथ ही आरोपियों से लूट का सामान भी बरामद किया गया है.
पुलिस बनकर राहगीरों से की लूटपाट
ये लूट की घटना शहडोल जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र में हुई है. दरअसल, बुढार थाना क्षेत्र के पकरिया का रहने वाला पिंटू बैगा मजदूरी करने के लिए जयपुर जा रहा था लेकिन देरी हो जाने की वजह से ट्रेन छूट गई. ट्रेन छूटने से निराश पिंटू शहडोल स्टेशन के पास ही अपने एक रिश्तेदार के घर रात बिताने जा रहा था. जैसे ही वह कोतवाली थाना क्षेत्र के अंडर ब्रिज के पास पहुंचा. तभी पीछे से एक बाइक में सवार 3 लोग भी वहां पहुंचे और पुलिसिया अंदाज में बाइक रुकवाकर खुद को पुलिसकर्मी बताने लगे.
कोतवाली पुलिस को बताई आपबीती
तीनों फर्जी पुलिसवालों ने पिंटू और उसके साले से पूछताछ की, जिससे दोनों घबरा गए. इसके बाद बदमाश जबरदस्ती बाइक में उन राहगीरों को बिठाकर पास में ही एक खंडहर नुमा मकान में ले गए और तलाशी ली. फिर उनसे पैसा, मोबाइल, एटीएम और बाइक लेकर वहां से फरार हो गए. इस घटना के बाद दोनों युवक पैदल बस स्टैंड पहुंचे और मामले की जानकारी अपने परिजनों को दी. इसके बाद शहडोल कोतवाली थाने में जाकर पुलिस को आपबीती सुनाई. पीड़ितों की शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने 3 अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया.
पुलिस ने फर्जी पुलिसवालों को किया गिरफ्तार
पुलिस ने इस लूट की घटना को अंजाम देने वाले सभी आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया है. इस मामले पर एडिशनल एसपी अभिषेक दीवान ने बताया, " पिंटू बैगा नाम के व्यक्ति ने थाना कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि वह अपने साथी के साथ रेलवे स्टेशन से जा रहा था. तभी रेलवे ब्रिज के पास 3 लोगों ने उसके साथ लूट की वारदात को अंजाम दिया और उनके पास से साढ़े 1200 रुपए, मोबाइल और मोटरसाइकिल लेकर फरार हो गए थे. इस पर लूट संबंधी आवश्यक धाराओं में पहले अपराध पंजीकृत किया गया और एक टीम गठित की गई. पुलिस के द्वारा तीनों आरोपियों को पकड़ने में सफलता प्राप्त की गई है. तीनों आरोपियों के पास से मोबाइल, साढ़े 12 सौ रुपये और मोटरसाइकिल जब्त की गई है.''