शहडोल: मध्य प्रदेश में एक बार फिर से मौसम ने करवट बदली है. शहडोल जिले में भी इसका असर देखने को मिल रहा है, पिछले दो दिनों से जिले में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. साथ ही घने कोहरे से लोगों का जनजीवन प्रभावित हुआ है. छोटे बच्चों को स्कूल जाने में दिक्कत हो रही है. वहीं कोहरे की वजह से ग्रामीण क्षेत्रों में सुबह और शाम के समय विजिबिलिटी बहुत से कम हो जाती है. जिससे आवागमन करने में परेशानी हो रही है. दुर्घटना का डर बना रहता है.
2 दिन से घना कोहरा
शहडोल जिले में बुधवार को दूसरे दिन भी सुबह से घना कोहरा छाया रहा है. सुबह 9:00 बजे तक तो घने कोहरे से ही पूरा इलाका ढका रहा. साथ ही सर्द हवाएं चल रही हैं. जिसकी वजह से हाड़ कंपाने वाली ठंड पड़ रही है, लोग घरों में दुबक के रहे. वहीं आसमान में कभी बादल छा जाते हैं, तो कभी मौसम खुल जाता है.
फसलों पर कैसा असर
इस बदलते मौसम का असर अब फसलों पर भी दिखने लगा है. जिस तरह से कभी आसमान में घने बादल छा जाते हैं, कभी रिमझिम बारिश की तरह ओस की बूंदें गिरती हैं. उसकी वजह से कड़ाके की ठंड बढ़ जाती है, जिसका असर फसलों पर पड़ रहा है. कृषि वैज्ञानिक डॉ. बीके प्रजापति बताते हैं कि "यह मौसम गेहूं की फसल के लिए तो ठीक है, लेकिन सब्जियों की फसल के लिए परेशान करने वाला है. इससे सब्जी की फसल में कीट व्याधि का प्रकोप बढ़ सकता है."
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लोगों पर कैसा असर?
इस कड़ाके की ठंड के कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. घना कोहरा पड़ने से वाहनों को चलाना मुश्किल हो गया है. साथ ही कई इलाकों में विजिबिलिटी भी 10 मीटर तक रह गई है. जिसकी वजह से गाड़ियों को धीरे-घीरे लाइट जलाकर चलाना पड़ रहा है और हादसा होने का डर बना रहता है. इस बदले मौसम में सबसे ज्यादा स्वास्थ्य की परशानी बच्चों और बुजुर्गों को हो रही है. अस्पतालों में सर्दी खांसी जुकाम के मरीजों की तादाद बढ़ गई है.