शहडोल। जिले के स्कूलों में किस तरह से शिक्षा व्यवस्था चल रही है, छात्रों की पढ़ाई कैसी है, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा छात्रों को शिक्षक दे पा रहे हैं या नहीं. इन्हीं सभी बातों का बारीकी से अध्ययन करने के लिए शहडोल कलेक्टर तरुण भटनागर इन दिनों स्कूलों का निरीक्षण कर रहे हैं. उनका ये अंदाज सभी को पसंद आ रहा है. कलेक्टर की ये गतिविधियां पूरे जिले में सुर्खियों में हैं. शहडोल कलेक्टर तरुण भटनागर शुक्रवार को शहडोल जिले के सोहागपुर विकासखंड के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पिपरिया में निरीक्षण करने अचानक पहुंच गए. उन्होंने सबसे पहले छात्र-छात्राओं से संवाद किया. फिर कक्षा 7वीं के छात्र-छात्राओं से अंग्रेजी की किताब पढ़वाई.
अंग्रेजी की किताब नहीं पढ़ सके बच्चे
जब कक्षा 7वीं के छात्र-छात्राएं अंग्रेजी की किताब अच्छी तरह से नहीं पढ़ पाए तो कलेक्टर ने शिक्षकों पर कड़ी नाराजगी जताई. उपस्थित शिक्षकों को कड़े अंदाज में निर्देश देते हुए कहा "बच्चों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा उपलब्ध कराएं. शिक्षा के क्षेत्र में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरतें." इसके बाद कलेक्टर 7वीं के स्टूडेंट को क्लास में जाकर गणित पढ़ाने लगे. छात्रों को कई अहम जानकारियां दीं. कलेक्टर के इस अंदाज के छात्र भी दीवाने हो गए. कक्षा 11वीं क्लास में जाकर कलेक्टर तरुण भटनागर ने छात्राओं से चर्चा की. साथ ही वहां भी इंग्लिश की किताब पढ़ाई. यहां के बच्चों ने फर्राटेदार अंदाज में जब इंग्लिश की किताब पढ़ दी तो कलेक्टर ने खुशी व्यक्त की.
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टीचर्स व स्टूडेंट्स की अटेंडेंस चेक की
कलेक्टर तरुण भटनागर ने जब बच्चों और शिक्षकों की अटेंडेंस को चेक किया तो वहां कमी नजर आई और उन्होंने शिक्षकों को सख्त अंदाज में निर्देश भी दिया है कि सभी शिक्षक समय पर विद्यालय पहुंचें. कलेक्टर इसके बाद गोहपारु विकासखंड के प्राथमिक शाला टेटकी का निरीक्षण करने पहुंचे. कलेक्टर ने कक्षा 5वीं की छात्र-छात्राओ से हिंदी की किताब पढ़वाई, जिसे छात्रों ने बिना रुके पढ़ दिया, जिसे लेकर कलेक्टर काफी प्रसन्न हुए और बच्चों की जमकर तारीफ की. टेटकी स्कूल में कलेक्टर का एक अलग अंदाज तब देखने को मिला जहां कक्षा तीसरी और चौथी एवं 5वीं के छात्रों के साथ कलेक्टर तरुण भटनागर उनके साथ क्लास में ही बैठकर किताबें पढ़ने लगे.