उमरिया : जिले का बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व देश ही नहीं पूरी दुनिया में अपने बाघों के लिए एक अलग ही पहचान रखता है. यहां काफी तादात में पर्यटक इसलिए पहुंचते हैं क्योंकि उन्हें बड़ी आसानी से यहां बाघों का दीदार हो जाता है. ऐसे में समय-समय पर टाइगर्स की गिनती के लिए यहां सर्वे होता रहता है लेकिन पहली बार ऐसा हो रहा है, जब बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में तितलियों का सर्वे किया जा रहा है. इस सर्वे से ये पता लगाने की कोशिश की जा रही है, कि बाघों के इस घर में कितने प्रकार की बटरफ्लाई रहती हैं, और इनकी औसत संख्या कितनी है, और किस तरह की अनोखी प्रजातियों की तितलियां बांधवगढ़ में पाई जाती हैं.
22 सितंबर तक चलेगा बांधवगढ़ में सर्वे
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के उपसंचालक पीके वर्मा बताते हैं, '' 19 सितंबर से बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में तितलियों का सर्वेक्षण कार्य शुरू कर दिया गया है, जहां तितलियों का अलग-अलग क्षेत्र में सर्वे कार्य किया जाएगा. बांधवगढ़ के नमी और पानी वाले स्थान जहां पर तितलियां ज्यादा रहती हैं, ऐसे स्थानों पर एक्सपर्ट्स की टीम पैदल चलकर एक ऐप में बटरफ्लाई की पूरी जानकारी अपलोड करेंगी. तितलियों का बाहर से आई एक्सपर्ट्स की टीम सर्वेक्षण करेगी, और फिर 22 तारीख को तितलियों का सर्वे कर रही सभी पार्टियां वापस लौटेंगी. 22 को ही बटरफ्लाई सर्वेक्षण के इस सर्वे कार्य का समापन किया जाएगा.''
बांधवगढ़ में भी तितलियों का संसार
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के उपसंचालक पीके वर्मा बताते हैं, '' बांधवगढ़ में कई अलग-अलग तरह की यूनिक तितलियों के मिलने की संभावना है. इस बार सर्वे से पता भी लग जाएगा कि यहां औसतन कितनी तितलियां हैं और किस तरह की बटरफ्लाई बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में पाई जा रही हैं. इसके लिए देश भर के अलग-अलग स्थानों से 61 लोगों की टीम आई हुई है, जो 20 टीमों में बटी हुई है. ये टीमें अपना सर्वे कार्य शुरू कर चुकी हैं. एक टीम में लगभग तीन एक्सपर्ट्स शामिल हैं, जो बटरफ्लाई तितली के ही एक्सपर्ट्स हैं, और उनका यही कार्य है. 22 तारीख को जब पार्टी सर्वे करके वापस लौटेगी तब सही अनुमानित आंकड़ा सामने आएगा.''