नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के शाहदरा जिला अंतर्गत राम नगर इलाके में चार मंजिला इमारत में आग लगने से हुई चार लोगों की मौत मामले में पीड़ित परिवार ने मकान मलिक पर गंभीर आरोप लगाए हैं. मृतक महिला के भाई ने बताया कि आग लगने की वजह बेसमेंट में चल रहा वाइपर बनाने का काम है. बेसमेंट में काफ़ी मात्रा में रबड़ स्टॉक किया जाता था, साथ ही मशीनें भी लगाई गई है. कई बार मना करने पर भी मकान मालिक नहीं माने और उन्होंने रबड़ के स्टॉक को बढ़ा दिया.
मृतक महिला के भाई ने आरोप लगाया कि आग लगने की सूचना मिलते ही मकान मालिक भरत सिंह खुद निकल गए. लेकिन बिल्डिंग में फसे लोगों को आग की जानकारी नहीं दी, उन्होंने अपनी पत्नी को भी नहीं बताया.
शाहदरा जिला के डीसीपी सुरेंद्र चौधरी ने बताया कि इस मामले में मुकदमा दर्ज कर आगे की जांच की जा रही है. मृतकों की पहचान दूसरी मंजिल में रहने वाली तकरीबन एक साल की रूही, उसकी मां रचना, तीसरी मंजिल पर रहने वाली गौरी और बेटे प्रथम के रूप में हुई है. हादसे के बाद से मृतकों के परिवार में मातम छाया हुआ है.
बता दें कि शाहदरा इलाके अंतर्गत रामनगर में शुक्रवार शाम तकरीबन 5:30 बजे चार मंजिला इमारत में आग लग गई. आग बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर पर लगी थी, ग्राउंड फ्लोर में वाइपर बनाने का काम होता था. देखते ही देखते आग ने ने विकराल रूप ले लिया. आग से निकलने वाला धुआं ने पूरी बिल्डिंग को अपनी चपेट में ले लिया. सूचना मिलते ही पुलिस और दमकल की टीम पहुंची. स्थानीय लोगों की मदद से बिल्डिंग में फसें 6 लोगों को निकाल कर अस्पताल में दाखिल कराया गया, जहां डॉक्टरों ने 4 लोगों को मृत घोषित कर दिया. फिलहाल इस मामले में पुलिस जांच में जुटी है.