नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने सनराइजर्स हैदराबाद बनाम पंजाब किंग्स आईपीएल मैच में ऑनलाइन सट्टेबाजी करने वाले एक रैकेट का भंडाफोड़ किया है. शाहदरा जिले की एएसबीसी टीम को जानकारी मिली थी कि कुछ लोग एजीसीआर एन्क्लेव, आनंद विहार इलाके में आईपीएल मैच की सट्टेबाजी चला रहे हैं. इस सूचना पर पुलिस ने 19 मई को जुआ रैकेट चलाने वाले ठिकाने पर छापेमारी की, जहां से सट्टेबाजी के किंगपिन समेत सात प्रमुख सट्टेबाजों को गिरफ्तार किया गया है. सभी सातों सट्टेबाज गाजियाबाद के अलग-अलग शहरों के रहने वाले हैं. इनमें पास से पुलिस टीम ने चार्जर के साथ 2 लैपटॉप, 8 मोबाइल फोन 1 वाईफ़ाई मॉडेम, 1 एक्सटेंशन कॉर्ड आदि बरामद किया है.
शाहदरा जिला पुलिस उपायुक्त सुरेंद्र चौधरी के मुताबिक एंटी स्नैचिंग एंड बर्गलरी सेल (ASBC) को 19 मई को मुखबिर ने सूचना दी थी कि कुछ लोग आनंद विहार के एजीसीआर एन्क्लेव इलाके के मकान नंबर 270 के थर्ड फ्लोर पर आईपीएल मैच की ऑनलाइन सट्टेबाजी रैकेट को चला रहे हैं. सनराइजर्स हैदराबाद बनाम पंजाब किंग्स मैच में की जा रही इस सट्टेबाजी का भंडाफोड़ करने के लिए टीम का तुरंत गठन किया गया. एसीपी/ऑपरेशंस गुरदेव सिंह की सीधी निगरानी में एएसबी सेल के प्रभारी अधिकारी इंस्पेक्टर विवेक शर्मा के नेतृत्व में टीम गठित की गई.
छापेमारी कर सात लोगों को किया गिरफ्तारः टीम ने सर्च वारंट हासिल करने के बाद इस जगह पर छापेमारी की और सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी व्यक्तियों को सनराइजर्स हैदराबाद बनाम पंजाब किंग्स के बीच एक आईपीएल मैच पर केंद्रित क्रिकेट सट्टेबाजी ऑपरेशन को अंजाम देने में शामिल पाया गया. अजय अरोड़ा को मोबाइल फोन का उपयोग करने वाला प्रमुख ऑपरेटर पाया गया. गहन पूछताछ करने पर अजय अरोड़ा ने इस अवैध सट्टेबाजी सिंडिकेट का किंगपिन होने की बात कबूल की और अपने कस्टमर्स के साथ संपर्क बनाने के लिए कॉल का इस्तेमाल करने की बात स्वीकार की.
हाल के दिनों में वह अपने किराये के फ्लैट से इस अवैध संचालन को अंजाम दे रहा था. इस सट्टेबाजी के पर्याप्त सबूत मिलने के बाद आनंद विहार थाना पुलिस ने दिल्ली सार्वजनिक जुआ अधिनियम 1955 की धारा 3/4 के तहत मामला दर्ज कर लिया है. आरोपी व्यक्ति की संलिप्तता और अवैध जुआ गतिविधियों में इस्तेमाल किए गए लैपटॉप और मोबाइल फोन की जांच से संबंधित डिटेल्स वर्तमान में जांच के अधीन हैं. आगे की जांच की जा रही है.
सट्टेबाजी के रैकेट को चलाने वाला किंग पिन अजय अरोड़ाः इस सट्टेबाजी के रैकेट को चलाने का जिम्मा अजय अरोड़ा के पास था. इस रैकेट ने पूरे देश में अपना नेटवर्क फैलाया हुआ था. ऑपरेशन सिंडिकेट की ओर से समर्पित फोन लाइन उपलब्ध करवायी हुई थी. इसके चलते यह पूरा गोरखधंधा ऑपरेट किया जा रहा था. इन फोन लाइन के जरिए सट्टेबाजों को आईपीएम मैच में दांव लगाने की सुविधा मिलती थी.
अजय अरोड़ा अपने सहयोगियों के साथ लगातार हर गेंद के बाद सट्टेबाजों को अपडेटेड सट्टेबाजी रेट को सर्कुलेट करता था, जिससे सटीक समय का पता चलता है. इसमें टॉस विजेता, रन टैली, सत्र प्रदर्शन, विकेट गिनती और अंतिम मैच जीत समेत अन्य परिणामों के एक स्पेक्ट्रम को कवर करने आदि का पता चलता है.
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दिल्ली पुलिस ने सट्टेबाजों के पास से चार्जर के साथ 2 लैपटॉप, 8 मोबाइल फोन. 1 वाईफाई मॉडेम, 1 एक्सटेंशन कॉर्ड आदि बरामद किया है. इन गिरफ्तार सातों सट्टेबाजों की पहचान अजय अरोड़ा (38), सिद्धार्थ भल्ला (34), नितिन बठला (43), सुंदर सिंह (44), दास मोहन कृष्ण (34), वैभव गुप्ता (37) और अंबर गोयल (36) के रूप में की गई है. यह सभी आरोपी उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के रहने वाले हैं.
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