झालावाड़. जिले के अकलेरा कस्बे में स्थित जामुनिया गांव में एक परिवार के करीब 12 सदस्य फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गए. इसके बाद सभी लोगों को इलाज के लिए इकलेरा कस्बे के एक निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया, जहां पांच लोगों को छोड़कर शेष मरीजों की अस्पताल से छुट्टी कर दी गई है. इन पांचों का निजी चिकित्सालय में ही उपचार जारी है.
रात में खाया था तरबूज : इकलेरा ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी कुलवीर राजावत ने बताया कि इकलेरा कस्बे के जमुनिया गांव में एक परिवार के सदस्य बुधवार शाम बाजार से करीब 8 किलो तरबूज लेकर गांव गए थे. परिवार के सदस्यों ने मिलकर रात को सोने से पहले तरबूज का सेवन किया था. सुबह उठते ही परिवार के सभी सदस्यों में उल्टी दस्त की शिकायत होने लगी, जिसके बाद उनको इकलेरा के निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया. सभी को फूड प्वाइजनिंग हुआ था. इसके चलते तीन बच्चों की भी हालत खराब थी, जिन्हें बाद में उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई.
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सभी की हालत सामान्य : राजावत ने कहा कि फूड प्वाइजनिंग की सूचना मिलने पर चिकित्सकों की एक टीम को तत्काल अस्पताल में भेजा गया, जहां फिलहाल 5 मरीजों का इलाज जारी है. बाकी सदस्यों की अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है. कुलवीर राजावत ने बताया कि भर्ती मरीजों की सहायता से दूषित फल बेचने वालों की पहचान की जा चुकी है, जिसके बाद उन्होंने पुलिस की सहायता से सभी दूषित फल को नष्ट करवाया है. साथ ही दुकानदारों को दूषित फल न बेचने की वार्निंग भी दी गई है. उन्होंने बताया कि सभी भर्ती मरीज खतरे से बाहर हैं. जल्द उन्हें भी अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी.