लोहरदगा: जरा सोचिए कि हमारे मतदान कर्मी एक-एक वोट को सुरक्षित करने के लिए कितनी मेहनत करते हैं। मतदान कर्मी लोहरदगा जिले के अंतिम छोर पर पहाड़ों के बीच स्थित मतदान केंद्र पर पहुंच कर अपनी जिम्मेवारी का निर्वहन करते हैं. जब नक्सलगढ़ में ईवीएम की बीपिंग की आवाज सुनाई देती है, तब हमें एहसास होता है कि हमारा लोकतंत्र जीत गया है. शनिवार को लोहरदगा से कई मतदान कर्मियों को नक्सलगढ़ स्थित मतदान केंद्रों के लिए भेजा गया.
सात मतदान कर्मी हेलीकॉप्टर से भेजे गए
लोहरदगा जिले के सुदूरवर्ती नक्सल प्रभावित मतदान केंद्रों पर लोकतंत्र का महापर्व शुरू हो गया है. लोहरदगा जिले के सुदूरवर्ती नक्सल प्रभावित क्षेत्र से सात मतदान कर्मियों को हेलीकॉप्टर के माध्यम से उनके मतदान केंद्र पर भेजा गया है. लोहरदगा लोकसभा क्षेत्र में 13 मई को मतदान होना है. उससे पहले सुदूर नक्सल प्रभावित मतदान केंद्रों तक मतदान कर्मियों को सुरक्षित पहुंचाने के लिए हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया गया है.
इस बार मतदान कर्मी सीधे अपने मतदान केंद्र पर पहुंचेंगे. वे वहां मतदान शुरू करेंगे और मतदान प्रक्रिया को आगे बढ़ाएंगे. जिन सात मतदान कर्मियों को शनिवार को उनके मतदान केंद्रों पर भेजा गया, वे 13 मई तक अपने मतदान केंद्रों पर ही रहेंगे. इस दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये हैं. कई मतदान केंद्रों के लिए स्ट्रांग रूम भी बनाये गये हैं.
लोहरदगा जिले के बांग्ला पथ स्थित बूथ संख्या 21 व 22 के साथ ही बोंडोबार के बूथ संख्या 12 पर सात मतदान कर्मियों को भेजा गया है.
आईआरबी के सार्जेंट अनिल कुमार वर्मा ने बताया कि मतदान कर्मियों को बीएसएफ के हेलीकॉप्टर से लोहरदगा के बीएस कॉलेज स्टेडियम स्थित उनके मतदान केंद्र पर भेजा गया है. इसके लिए काफी पहले से तैयारियां की जा रही थीं. कुछ समय पहले हेलिकॉप्टर का ट्रायल भी किया गया था.
इस बार चुनाव को लेकर जिला प्रशासन द्वारा कई बार सुरक्षा व्यवस्था समेत सभी इंतजामों का परीक्षण किया जा चुका है. मतदान कर्मियों में चुनाव व्यवस्था को लेकर संतुष्टि का माहौल है.
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