रायपुर : लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के कई नेता बीजेपी में शामिल हो चुके हैं.यही हाल कांग्रेस की वुमेन विंग का भी है.एक-एक करके बड़े शहरों की महिला कांग्रेस से जुड़ी नेताओं ने हाथ का साथ छोड़कर फूल का दामन पकड़ लिया है. रायपुर में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस छोड़कर आई महिला नेताओं ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ जोरदार हमला बोला है.
कांग्रेस पर महिला नेताओं ने लगाएं गंभीर आरोप : कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुई महिला नेताओं ने कहा कि कांग्रेस ने हर कदम पर महिलाओं के साथ धोखा किया है. हर बार छल करना और विश्वासघात कांग्रेस का ट्रैक रिकॉर्ड रहा है. कांग्रेस ने महिलाओं को लेकर जितने भी वादे किए उनमें से एक भी वादे को पूरा नहीं किया है. ये सभी आरोप बिलासपुर की पूर्व महापौर वाणी राव, महिला कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय सचिव और महासमुंद की पूर्व नपा अध्यक्ष अनिता रावटे, महासमुंद की जिला पंचायत अध्यक्ष ऊषा पटेल और अरुणा शुक्ला ने लगाए हैं.
महिलाओं की आवाज को दबाने की कोशिश : बिलासपुर की पूर्व महापौर वीणा राव ने कहा कि कांग्रेस कहती है कि दूसरी पार्टियां लोकतंत्र के खिलाफ है.लेकिन खुद पार्टी के अंदर का लोकतंत्र गड़बड़ाया हुआ है.
''कांग्रेस के अंदर कितनी ही महिलाओं की आवाज को दबा दिया गया.चाहे वो पंचायत स्तर हो या जिला पंचायत स्तर में चुनाव जीतकर आई महिलाएं,किसी की भी बात कांग्रेस के बड़े नेता नहीं सुनते हैं.छत्तीसगढ़ के अंदर महिलाओं के साथ छल और विश्वासघात हो रहा है,ऐसे में इसे कैसे स्वीकार किया जाएगा.'' वाणी राव, पूर्व महापौर बिलासपुर
महिलाओं से छीना स्वावलंबन का अधिकार : वाणी राव ने आरोप लगाए कि महिला स्व सहायता समूहों से रेडी टू ईट का काम छीनकर ठेकेदारों को दे दिया गया.रेडी टू ईट की मदद से महिलाओं को अपने पैरों में खड़ा होने की मदद मिल रही थी.इसी तरह से महिला और सुरक्षा को लेकर बहुत सी बातें सरकार ने कहीं थी. प्रत्येक थाने में महिला सेल की स्थापना करेंगे. लेकिन आज तक ऐसे कितने थानों में महिला सेल की स्थापना हुई,आप खुद ही देख लिजिए. कांग्रेस सरकार के 5 साल में महिलाओं को लेकर कोई भी योजना पूरी नहीं की गई.
सम्मान की जगह महिलाओं का कांग्रेस ने किया अपमान: महासमुंद जिला पंचायत अध्यक्ष उषा पटेल ने कहा कि कांग्रेस ने सरकार बनने के बाद महिलाओं से जुड़ी एक भी घोषणा पूरी नहीं की. महिलाओं के साथ धोखा और छल किया गया. यदि एक लाख बात की जाए तो वर्तमान में जो कांग्रेस ने जो घोषणा की है उसे पूरा करना संभव नहीं है. कांग्रेस सरकार ने चार सिलेंडर मुफ्त देने की घोषणा की थी,वो नहीं मिला. यदि वादा पूरा होता तो 5 साल में 20 सिलेंडर होते,लेकिन गांव की महिलाएं अपना पहला सिलेंडर ही खोज रहीं हैं.