कुचामनसिटी: डीडवाना कुचामन जिले के ग्राम मौलासर के निवासी 38 साल के मनोज कुमार ने विदेश भेजने के नाम पर धोखाधड़ी करने की शिकायत पुलिस में दी है. पुलिस को सौंपी रिपोर्ट में बताया कि गोपाल चौधरी निवासी जायल और भोमाराम निवासी निमोद ने 15 जनवरी, 2024 को उससे मिले और विदेश भेजने की एवज में 1 लाख 70 हजार रुपए वसूल लिए. हालांकि वहां जाने पर पीड़ित साइबर ठगों में फंस गया.
थाना प्रभारी वीरेन्द्र सिंह ने बताया कि लाओस में कम्प्यूटर ऑपरेटर की नौकरी दिलाने और उनके पास वहां का वीजा होने की बात कही. उसे 40 हजार रुपए तनख्वाह की नौकरी और 2 साल का एग्रीमेन्ट विजा की जानकारी दी. तब मनोज ने इस बारे में अपने घरवालों से बात करने को कहा. इसके बाद 16 जनवरी को दोनों युवक मनोज के घर मौलासर आ गए और मनोज के पिता से बात करके जाल में फंसाते हुए 1 लाख 70 हजार रुपए में विदेश भेजना तय किया.
इसके बाद मनोज को उसका काम करवाने का झूठा विश्वास दिलाते हुए अलग-अलग समय पर टुकड़ों में 1 लाख 70 हजार रुपए वसूल लिए. 30 मई को दिल्ली से लाओस की फ्लाइट करवा दी. मनोज को लाओस में एक कम्पनी में भेजा जो कि साइबर ठगी का कार्य करती थी. वहां पहुंचते ही मनोज को बंदी बना लिया गया. कम्पनी के अधिकारियों ने कहा कि जैसा कहे वैसा ही यहां पर काम करो. बाद में न तो समय पर खाना दिया और न ही कोई तनख्वाह दी गई. तब मनोज ने दोनों युवकों को आपबीती सुनाई. बाद में इन्होंने कोई मदद नहीं की.
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मनोज जैसे-तैसे करके अपने घरवालों से रुपए मंगाकर भारत लौटा. फिर आपबीती अपने पिता को बताई. लौटने पर पिता के साथ दोनों युवकों से रुपए वापस मागें तो बार-बार टालते रहे. अब रुपए देने से इनकार कर दिया. तब मनोज ने पूरे मामले की जानकारी मौलासर पुलिस को दी. पुलिस ने धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.