लखनऊ: लोकसभा चुनाव में भेजी गई रोडवेज बसों की कमियों को लेकर सुरक्षा बल रोज नए-नए खुलासे कर रहे हैं. बीते एक महीने में 15 से 20 शिकायतें परिवहन निगम के हेल्पलाइन नंबर 18001802877 पर पहुंची हैं. जहां सुरक्षा बल के जवानों ने सीट हिलने से लेकर मेडिकल बाक्स, टायर की स्टेपनी नहीं होने की शिकायत दर्ज कराई.
वहीं, इंजन में गड़बड़ी के चलते बसों का बीच रास्ते बंद होना और बसों में तकनीकी गड़बड़ी के भी मामले सामने आए है. इससे साफ साबित होता है कि रोडवेज बसें यात्री ही नहीं सुरक्षा बलों को भी बीच रास्ते धोखा दे रही है.
बीते 14 अप्रैल को एक ही दिन में तीन बसों के खराब होने की सूचना पहुंची थी. इससे नाराज एमडी ने 16 अप्रैल को क्षेत्रीय प्रबंधकों को चिट्ठी भेजकर बसों की फिटनेस के बाद ही बसें चुनाव ड्यूटी में भेजने के निर्देश दिए थे. एमडी मासूम अली सरवर के इस फरमान के बाद चुनाव ड्यूटी में पांच मई तक भेजी गई करीब 1953 बसों की स्थिति ठीक रही. दो हजार बसों के संचालन पर रोजाना दो से तीन शिकायतें अब भी आ रही हैं. संबंधित क्षेत्रों के अधिकारी मौके पर पहुंचकर बसों को ठीक कराकर भेज रहे है.
वहीं, सुरक्षा बलों द्वारा लगातार रोडवेज बसों की कमियों से संबंधित शिकायतें मुख्यालय के हेल्पलाइन नंबर पर प्राप्त हो रही हैं, जो न सिर्फ परिवहन विभाग के बेसों की पोल खोल रही हैं, बल्कि बेहतर यात्रा व सुरक्षा के परिवहन निगम के दावों के पोल खोलती नजर आ रही हैं.
व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर बसों पर रखी जा रही है नजर
परिवहन निगम के पीआरओ अजीत सिंह बताया कि करीब दो हजार बसों को चुनाव ड्यूटी में भेजा गया है. इन बसों को भेजने से पहले उनकी फिटनेस चेक की गयी थी. शिकायतों में कमी आई है. मुख्यालय पर व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर बसों के संचालन पर नजर रखी जा रही है.