झालावाड़. कालीसिंध थर्मल पॉवर प्लांट को मंगलवार को एक बार फिर से तगड़ा झटका लगा है. इस प्लांट की पहली यूनिट को सिंक्रोनाइज करने के कुछ घंटे बाद ही दूसरी यूनिट तकनीकी खामी के चलते बंद हो गई. ऐसे में कुछ घंटे पहले प्रदेशवासियों को मिली राहत खटाई में पड़ गई. वहीं, थर्मल प्रशासन अब दूसरी इकाई को फिर से शुरू करने की कवायद शुरू कर दी है. थर्मल प्रबंधन ने उम्मीद जताई है कि थर्मल की दूसरी इकाई को शाम तक शुरू कर दिया जाएगा.
प्लांट के चीफ इंजीनियर के एल मीणा ने बताया कि मंगलवार को कुछ घंटे पहले ही थर्मल पावर प्लांट की पहली 600 मेगावाट की यूनिट को शुरू किया गया था. ऐसे में कुछ देर के लिए दोनों यूनिटों से 1200 मेगावाट की बिजली का उत्पादन शुरू हो गया था, लेकिन कुछ घंटे के बाद ही दूसरी यूनिट में तकनीकी खामी आने के कारण वह बंद हो गई. उन्होंने कहा कि थर्मल प्रबंधन बंद पड़ी दूसरी यूनिट की तकनीकी खामी को ढूंढने में जुटा हुआ है. जल्द ही दूसरी यूनिट की तकनीकी खामी का पता लगाकर उसे फिर से शुरू कर दिया जाएगा.
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बता दें कि झालावाड़ का काली सिंध थर्मल पावर प्लांट से प्रदेश में 1200 मेगावाट बिजली का उत्पादन होता है. यहां 600 -600 मेगावाट की दो यूनिट संचालित होती आ रही है, लेकिन यहां आए दिन यूनिट के बंद होने पर उन्हें फिर से सिंक्रोनाइज करने में राज्य सरकार को लाखों रुपए का नुकसान होता है. गत दिनों थर्मल पावर प्लांट की पहली यूनिट के बंद होने से प्रदेश में बिजली संकट पैदा हो गया था. इसलिए पहले यूनिट शुरू होने पर प्रदेशवासियों ने राहत की सांस ली थी, लेकिन कुछ घंटे के बाद ही थर्मल पावर प्लांट की दूसरी यूनिट के बंद हो जाने से प्रदेशवासियों को तगड़ा झटका लगा.