मंडी: जिला मंडी में पंडोह डैम के पास क्षतिग्रस्त चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे को बनाने के लिए लगभग 40 करोड़ की लागत से लगाए गए विशालकाय डंगे में फिर से दरारें पड़ने के बाद एनएचएआई, प्रशासन और पुलिस की टीम ने मौके पर जाकर स्थिति का जायजा लिया. प्रशासन का मानना है कि पंडोह डैम के पास खतरे वाली कोई बात नहीं है.
पंडोह डैम के पास बैठी थोड़ी सी जमीन
एसडीएम सदर ओमकांत ठाकुर ने बताया कि मौके पर जाकर यही पाया गया है कि वहां पर जमीन थोड़ी सी बैठी है, लेकिन कहीं पर भी उभार आदि देखने को नहीं मिल रहा है. ऐसे में अभी तक यही निष्कर्ष निकाला गया है कि यह डंगा सुरक्षित है और यहां से यातायात को पहले की तरह बहाल रखा गया है. बावजूद इसके यहां की अपडेट भी ली जा रही है.
4 मील के पास धंस रहा डंगा
दूसरी तरफ चार मील के पास चंडीगढ़-मनाली एनएच पर डंगा धंस गया है. सड़क में बड़ी-बड़ी दरारें पड़ गई हैं. ऐसे में हाईवे पर बंद होने का खतरा भी मंडरा रहा है. एसडीएम सदर ओमकांत ठाकुर ने बताया कि चार मील के पास धंसे डंगे को बचाने के लिए मिट्टी डाल दी गई है और यहां पर यातायात को एकतरफा ही रखा गया है. इसके स्थायी समाधान की तरफ कार्य किया जा रहा है.
स्थानीय लोगों ने की जांच की मांग
वहीं, लोगों ने निर्माण कार्यों की गुणवत्ता को लेकर सवाल खड़े किए हैं. मंडी निवासी देवेंद्र शर्मा और राकेश शर्मा ने कहा कि इसकी जांच करवाई जानी चाहिए. भविष्य में सरकार को ऐसे कार्यों के लिए एक निष्पक्ष कमेटी का गठन करना चाहिए जो पूरे कार्य की विस्तृत रिपोर्ट बनाए और उस रिपोर्ट के आधार पर ही ठेकेदार या कंपनी को पेमेंट की जाए.
NH पर यातायात बहाल रखने की अपील
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे को हर समय यातायात के लिए बहाल रखने की अपील भी की है. पिछली बरसात के दौरान भी मंडी से पंडोह के बीच हाईवे कई दिनों तक बंद रहा था और इस बार भी यहां पर हाईवे के क्षतिग्रस्त होने की शुरुआत हो गई है. इसलिए यहां पर ज्यादा से ज्यादा मशीनरी को तैनात करके हाईवे को हर समय बहाल रखा जाए.