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जोधपुर मेडिकल कॉलेज के वैज्ञानिक ने बनाया मेडिसिन डिस्पेंसर, मरीज के दवाई नहीं लेने पर भेजेगा एसएमएस - medicine dispenser prototype

जोधपुर के डॉ एसएन मेडिकल कॉलेज के वैज्ञानिक ने दवा वितरण का एक मेडिसिन डिस्पेंसर प्रोटोटाइप तैया किया गया है. मरीज के दवा नहीं लेने पर यह डिस्पेंसर डॉक्टर और परिजन को एसएमएस भी भेजेगा.

medicine dispenser by scientist
वैज्ञानिक ने बनाया मेडिसिन डिस्पेंसर (ETV Bharat Jodhpur)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jun 19, 2024, 6:48 PM IST

जोधपुर. डॉ एसएन मेडिकल कॉलेज के वैज्ञानिक ने मेडिसिन डिस्पेंसर का एक ऐसा प्रोटोटाइप तैयार किया है, जो मरीजों को समय पर दवाई वितरित करेगा. यह डिस्पेंसर दवा के साथ ही मरीज को दवा लेने का अलार्म भी बजाएगा. दवाई नहीं लेने पर चिकित्सक और परिजन को अलर्ट भी भेजेगा. यह मेडिसिन डिस्पेंसर मेडिकल कॉलेज की रिसर्च लैब एमडीआरयू के वैज्ञानिक-सी डॉ शैलेन्द्र शर्मा और दीपक शर्मा द्वारा विकसित किया गया है. इस प्रोटोटाइप का पेटेंट भी करवाया गया है. इस डिस्पेंसर की उपयोगिता खासकर ऐसी जगहों पर रहेगी, जहां स्टाफ की कमी है.

डा शैलेंद्र शर्मा ने बताया कि यह प्रोटोटाइप डिस्पेंसर एक तरह का रोबोट होगा. इसमें दवाइयां रखी जाएंगी. मरीज को तय समय पर दवा लेने के लिए अलार्म बजेगा. इससे दवा का वितरण भी हो सकेगा. दवाई नहीं लेने पर डॉक्टर और परिजन को अलर्ट भेजेगा. जिससे मरीज से संपर्क किया जा सकेगा. दवाई समय पर लेने पर भी संदेश प्रेषित करेगा. इस सफलता के लिए डॉ एसएन मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल और कंट्रोलर डॉ रंजना देसाई ने डॉ शर्मा को उनकी उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए बधाई दी है.

पढ़ें: इस साल तैयार होगा कोटा के बाल वैज्ञानिक आर्यन का पहला एग्रोबोट प्रोडक्ट, जानिए पूरी जर्नी

15 दिन की दवाई भर सकेंगे इस डिवाइस में: एमडीआरयू की नोडल अधिकारी डॉ प्रभु प्रकाश ने बताया कि नया पेटेंट चिकित्सा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में काफी फायदेमंद होगा. डिस्पेंसर के लिए सॉफ्टवेयर दीपक शर्मा ने बनाया है. जो एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में इंजीनियर हैं. यह डिस्पेंसर इंटरनेट ऑफ थिंग्स सिस्टम पर काम करेगा. डिस्पेंसर में 15 दिनों के लिए दवाएं भर सकेंगे और यह मोबाइल एप्लिकेशन में उपयोगकर्ता द्वारा फीड किए गए निर्धारित समय पर दवा वितरित करेगा. जिससे रियल टाइम मॉनिटरिंग की जा सकेगी. यह उपकरण मरीजों की बेहतर देखभाल के‍ लिए अच्‍छा उपयोगी होगा.

जोधपुर. डॉ एसएन मेडिकल कॉलेज के वैज्ञानिक ने मेडिसिन डिस्पेंसर का एक ऐसा प्रोटोटाइप तैयार किया है, जो मरीजों को समय पर दवाई वितरित करेगा. यह डिस्पेंसर दवा के साथ ही मरीज को दवा लेने का अलार्म भी बजाएगा. दवाई नहीं लेने पर चिकित्सक और परिजन को अलर्ट भी भेजेगा. यह मेडिसिन डिस्पेंसर मेडिकल कॉलेज की रिसर्च लैब एमडीआरयू के वैज्ञानिक-सी डॉ शैलेन्द्र शर्मा और दीपक शर्मा द्वारा विकसित किया गया है. इस प्रोटोटाइप का पेटेंट भी करवाया गया है. इस डिस्पेंसर की उपयोगिता खासकर ऐसी जगहों पर रहेगी, जहां स्टाफ की कमी है.

डा शैलेंद्र शर्मा ने बताया कि यह प्रोटोटाइप डिस्पेंसर एक तरह का रोबोट होगा. इसमें दवाइयां रखी जाएंगी. मरीज को तय समय पर दवा लेने के लिए अलार्म बजेगा. इससे दवा का वितरण भी हो सकेगा. दवाई नहीं लेने पर डॉक्टर और परिजन को अलर्ट भेजेगा. जिससे मरीज से संपर्क किया जा सकेगा. दवाई समय पर लेने पर भी संदेश प्रेषित करेगा. इस सफलता के लिए डॉ एसएन मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल और कंट्रोलर डॉ रंजना देसाई ने डॉ शर्मा को उनकी उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए बधाई दी है.

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15 दिन की दवाई भर सकेंगे इस डिवाइस में: एमडीआरयू की नोडल अधिकारी डॉ प्रभु प्रकाश ने बताया कि नया पेटेंट चिकित्सा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में काफी फायदेमंद होगा. डिस्पेंसर के लिए सॉफ्टवेयर दीपक शर्मा ने बनाया है. जो एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में इंजीनियर हैं. यह डिस्पेंसर इंटरनेट ऑफ थिंग्स सिस्टम पर काम करेगा. डिस्पेंसर में 15 दिनों के लिए दवाएं भर सकेंगे और यह मोबाइल एप्लिकेशन में उपयोगकर्ता द्वारा फीड किए गए निर्धारित समय पर दवा वितरित करेगा. जिससे रियल टाइम मॉनिटरिंग की जा सकेगी. यह उपकरण मरीजों की बेहतर देखभाल के‍ लिए अच्‍छा उपयोगी होगा.

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