धमतरी : धमतरी में मंगलवार को स्कूली बच्चों को शेडो अफसर बनाया गया. अलग अलग स्कूलों के छात्र और छात्राओं को एक दिन के लिए छाया कलेक्टर, छाया एसपी, सीईओ, डीएसपी जैसे प्रमुख पदों पर बिठाया गया. ये छात्र दिन भर मुख्य अधिकारियों के साथ रहे, काम काज समझा, फील्ड दौरे पर भी गए और अपना अनुभव साझा किया. छात्रों ने बताया कि छाया अधिकारी बन कर प्रशासन को करीब से देखा और समझा. अधिकारियों की जिम्मेदारी और काम का दबाव क्या होता है ये भी जाना. इधर अफसरों ने कहा कि जिले में प्रशासन को जानने समझने से बच्चों को समय और जीवन का मूल्य समझ आएगा.
स्कूली बच्चे बने शेडो अफसर : धमतरी कलेक्टर नम्रता गांधी के मार्गदर्शन में जिले में बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ अन्य गतिविधियां जैसे खेलकूद, कला, वैज्ञानिक शोध जोड़ने के उद्देश्य से रोचकपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. इनमें अनुपयोगी वस्तुओं से विज्ञान मॉडल तैयार करना, मानसिक स्वस्थता बनाए रखने के लिए मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रमों का आयोजन तथा रू-ब-रू कार्यक्रम के जरिए बच्चों का अधिकारियों से सम्पर्क संचालित किए जा रहे हैं. इन्हीं कार्यक्रमों से एक हैं शेडो अधिकारी. जिले के विभिन्न स्कूलों में हाई एवं हायर सेकेण्डरी कक्षाओं में अध्ययनरत कुल 202 बच्चे आज विभागीय कार्यों और गतिविधियों को करीब से जानने एवं समझने के लिए शेडो अधिकारियों की भूमिका में नजर आए.
शेडो अधिकारियों के कार्यक्रम का आयोजन बाल दिवस के उपलक्ष्य में किया गया. इसका उद्देश्य है कि छात्र अधिकारियों के कार्यों को देखें, समझें और उसे देखकर अपना लक्ष्य निर्धारित करें. दूसरी ओर अधिकारी भी बच्चों की नजरिया से देखें कि वे अपना कार्य कैसे कर रहे हैं तथा बेहतर तरीके से और अच्छा कार्य कैसे करें. यह दोनों तरफ से सीखने को मिलता है-नम्रता गांधी, कलेक्टर
शेडो अफसर ने सीखे सरकारी कामकाज के तरीके : आपको बता दें कि शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सांकरा के कक्षा बारहवीं के विद्यार्थी प्रवीण कुमार साहू ने शेडो कलेक्टर, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मरौद के मोहनीश कुमार जांगड़े शेडो एसपी, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मेघा की द्रोपती निषाद शेडो सीईओ जिला पंचायत, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मरौद के छात्र हर्ष कुमार शेडो अपर कलेक्टर और शासकीय हायर सेकेण्डरी स्कूल भोथली की युक्ति साहू शेडो जिला शिक्षा अधिकारी की भूमिका में नजर आईं.इन बच्चों ने अधिकारियों के साथ विभागीय गतिविधियों को करीब से समझा.