खंडवा : श्रावस मास को लेकर ओंकारेश्वर आने वाले श्रद्धालुओं में गजब उत्साह है. श्रावण मास की शुरुआत सोमवार से ही होने से इसे अद्भुत संयोग कहा जा रहा है. सोमवार होने से एक दिन पहले से ही ओंकारेश्वर में श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था. सुबह से नर्मदा नदी के घाट नागर घाट, गौमुख घाट, अभय घाट, संगम घाट, कोटि तीर्थ घाट और झूला पुल के पास घाट पर स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ रही.
सावन को लेकर ये मान्यता
माना जाता है कि श्रावण महीने में भगवान भोलेनाथ अपने भक्तों के लिए पूरे समय मौजूद रहते हैं. यही कारण है कि देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में श्रावण महीने के दौरान महादेव की पूजा पाठ और अभिषेक करने के लिए श्रद्धालु उनकी शरण में पहुंचते हैं. देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक ओंकारेश्वर में भी श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है. शास्त्रों में उल्लेख है कि पवित्र नर्मदा के दर्शन मात्र से ही भोले के भक्तों को अनेक जन्मों के पापों से मुक्ति मिलती है. वहीं ओंकारेश्वर महादेव मंदिर में नर्मदा नदी के जल से भगवान भोलेनाथ का अभिषेक करना श्रावण महीने में विशेष फलदायक होता है.
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सुरक्षा के खास इंतजाम
ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग नर्मदा तट पर स्थित होने की वजह से यहां सुरक्षा के खास इंतजाम किए गए हैं. घाट पर पुलिस के साथ ही एनडीआरएफ के गोताखोर भी तैनात रहे, जिससे श्रद्धालुओं के साथ किसी तरह की अनहोनी न हो. साथ ही अनाउंस कर लोगों को गहरे पानी में नहीं जाने की चेतावनी भी दी जाती रही.