संभल: संभल जिले में जिला प्रशासन ने पराली जलाने वाले किसानों पर सख्ती कर दी है. ऐसे 58 किसानों पर जिला प्रशासन ने भारी भरकम जुर्माना लगाया है. वही पराली जलाने से रोकने में सहयोग नहीं करने वाले ग्राम प्रधानों को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. यही नहीं पराली जलाने वाले किसानों को राशन कार्ड सहित तमाम सरकारी योजनाओं से वंचित रखे जाने की भी बात प्रशासन ने कही है.
दरअसल आपको बता दें कि देशभर में पराली जलाने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. शासन प्रशासन पराली जलाने वालों के खिलाफ कठोर कदम उठा रहा है. वही भारत सरकार सेटेलाइट के जरिए निगरानी कर रही है. इसके बावजूद किसान पराली जलाने से बाज नहीं आ रहे हैं.
लगातार सामने आ रहे मामलेः संभल जिले में लगातार पराली जलाने के मामले प्रकाश में आ रहे हैं जिसे लेकर जिला प्रशासन ने अब कड़ा कदम उठाया है संभल जिले के उप कृषि निदेशक अरुण कुमार त्रिपाठी ने बताया कि भारत सरकार के सेटेलाइट से जनपद संभल में पराली जलाने के 83 मामले सामने आए हैं जिनमें से 58 किसानों के यहां सत्यापन किया गया जिनके खिलाफ 187500 का जुर्माना लगाया गया है इसमें से 130000 का जुर्माना किसानों से वसूल कर लिया गया है जबकि बाकी वसूली भी की जा रही है.
ग्राम प्रधानों को नोटिसः उन्होंने बताया कि पराली जलाने से रोकने में सहयोग नहीं करने वाले ग्राम प्रधानों को कारण बताओं नोटिस जारी किया गया है. इसके अलावा जो किसान पराली जला रहे हैं उनको मिलने वाली तमाम सरकारी योजनाओं राशन कार्ड सहित सभी योजनाओं से वंचित किए जाने पर विचार किया जा रहा है. जो किसान प्रतिबंध के बावजूद पराली जलाते पकड़े जाते हैं तो उनको सरकार से मिलने वाली तमाम सरकारी योजनाओं से न सिर्फ वंचित किया जाएगा बल्कि अपात्र घोषित किया जाएगा. इसके अलावा संबंधित किसान के खिलाफ FIR दर्ज कराई जाएगी.
पराली जलाने पर जुर्माना कितना: दो एकड़ में पराली जलाने पर 2500 रुपये, 2 एकड़ से 5 एकड़ तक पराली जलाने पर 5000 से 15000 रुपये तक जुर्माना लग सकता है. पराली जलाने को लेकर राजस्व विभाग सैटेलाइट से निगरानी रखते हैं.
इस साल सबसे ज्यादा पराली जलाने वाले जिले : इस साल इन जिलों में पराली जलाने के सबसे ज्यादा मामले सामने आए. इसमें अलीगढ़ में 25, संभल 12, बुलंदशहर 11, मथुरा 05, फैजाबाद 04, गौतम बुद्धनगर 04, गाजियाबाद 03, शाहजहांपुर 03 और बदायूं में 02 मामले हैं.
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