सारण: बिहार के लोकसभा चुनाव में प्रचार के अजब गजब रंग देखने को मिल रहे हैं. चुनाव मैदान में उतरे प्रत्याशियों ने वोटरों को रिझाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है. इस दौरान चुनाव प्रचार में अजब-गजब रंग देखने को मिल रहे है. सारण लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार राजीव प्रताप रूडी अचानक अपने समर्थकों के साथ एक फूड स्टॉल पर पहुंच गए और चाऊमीन बनाने लगे.
चटपटी चाऊमीन बना रहे राजीव प्रताप रूडी : राजीव प्रताप रूडी ने एक वीडियो अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट किया है. जिसमें वो एक फूड स्टॉल पर चाऊमीन बनाते नजर आ रहे हैं. हालांकि यह बीजेपी उम्मीदवार के प्रचार का हिस्सा है. लेकिन इस दौरान वहां समर्थकों की भीड़ लगी है और वहां मौजूद लोग खूब सेल्फी ले रहे है. इतना ही नहीं रूडी ने चटपटी चाऊमीन बनाकर लोगों को भी खिलाया और खुद भी इसका स्वाद चखा.
'चाऊमीन बनाना सीख लिया' - रूडी : सारण सीट से बीजेपी उम्मीदवार राजीव प्रताप रूडी ने वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, 'सारण में जनसम्पर्क के दौरान गांव की ठेले वाली चटपटी चाऊमीन बनाना सीख लिया और अमनौर विधायक श्री मंटू सिंह जी के साथ उसका स्वाद भी लिया.' इतना ही नहीं चाऊमीन खाने के बाद रूडी ने एक प्लेट की कीमत 30 रूपया भी दुकानदार को पेमेंट किया.
रूडी ने चखा समोसा और गुलाब जामुन : चाऊमीन बनाने और खाने से पहले राजीव प्रताप रूडी जनसंपर्क अभियान के तहत सारण के सुदामा मोड़ पहुंचे और यहां पौष्टिक, लजीज व्यंजन समोसा और गुलाब जामुन का भी लुत्फ उठाया. वीडियो को उन्होंने अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट किया. इससे पहले उन्होंने लालापुर मे कचरी (व्यंजन) भी खाईं.
लालू के गढ़ में रूडी, अब हैट्रिक की तैयारी : बता दें कि साल 1996 में छपरा लोकसभा सीट पर पहली बार कमल खिला था. लालू के गढ़ बीजेपी उम्मीदवार राजीव प्रताप रूडी ने जीत दर्ज की थी. यहां से एक बार रूडी तीसरी बार मैदान में है. सवाल क्या इस सीट पर वो हैट्रिक लगा पाएंगे. क्योंकि लालू यादव ने बेटी रोहिणी आचार्य को यहां से उम्मीदवार बनाया है. जिसके बाद इस सीट पर मुकाबला रोचक हो गया है.
पिता की विरासत को बचाने आईं रोहिणी : सारण लोकसभा सीट पर पहली बार 1957 में चुनाव हुआ था. परिसीमन के बाद 2008 में इस सीट का नाम छपरा से बदलकर सारण कर दिया गया. पहली बार 2009 में चुनाव हुए. इस चुनाव में आरजेडी प्रत्याशी लालू प्रसाद यादव ने बीजेपी उम्मीदवार राजीव प्रताप रूडी को शिकस्त दी थी. लालू यहां से चार बार सांसद रहे. 2013 में उनकी सदस्यता (चारा घोटाला) चली गई. 2014 में रूडी को जीत मिली थी, उन्होंने राबड़ी देवी को हराया. 2019 में रूडी यहां से सांसद चुने गए. अब पिता की विरासत को बचाने की चुनौती रोहिणी आचार्य के सामने हैं.
सारण लोकसभा सीट का समीकरण : सारण लोकसभा में छह विधानसभा सीट हैं, जिनमे छपरा, सोनपुर, परसा, अमनौर और मढ़ौरा है. इनमें चार पर आरजेडी का कब्जा और दो पर बीजेपी का कब्जा हैं. सारण में यादव (25 फीसदी) और राजपूत (23 फीसदी) की संख्या सबसे अधिक हैं. वैश्य वोटर करीब 20 फीसदी, दलित 12 फीसदी और मुस्लिम 13 हार जीत में अहम भूमिका निभाते है.
ये भी पढ़ें : 'पिता को मैंने किडनी दी, सारण की जनता के लिए जान न्योछावर' परसा विधानसभा क्षेत्र में रोहिणी आचार्य का रोड शो
ये भी पढ़ें : 'सिंगापुर में बैठकर हम अकेले सब की नाक में दम किए हुए थे अब..' सारण की धरती से रोहिणी आचार्य की हुंकार
ये भी पढ़ें : 'सियासत नहीं सेवा कर रहा हूं, फिर मिलेगा सारण की जनता का आशीर्वाद'-राजीव प्रताप रूडी
ये भी पढ़ें : एनडीए या महागठबंधन, कौन किस पर पड़ेगा भारी? जानिए सारण लोकसभा सीट का समीकरण