जयपुर : करौली के हिंडौन सिटी में 10 साल की मूक-बधिर बालिका डिंपल मीना हत्या के मामले में न्याय दिलाने की मांग को लेकर शुक्रवार को संघर्ष समिति से जुड़े लोग और कांग्रेस नेता कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीना से मिलने पहुंचे. हालांकि, पुलिस इस मामले में बालिका के माता-पिता और मामा को गिरफ्तार कर चुकी है. इसी मुद्दे को लेकर गुरुवार को किरोड़ी लाल मीना ने करौली में पुलिस-प्रशासन और संघर्ष समिति से जुड़े लोगों से वार्ता की थी.
दूर हो भ्रम, सामने आए हकीकत : डॉ. किरोड़ी लाल मीना ने मीडिया से बातचीत में कहा कि डिंपल मीना मामले में पुलिस ने अब तक जो जांच की है, उसे समाज के लोग और जनप्रतिनिधि आधी-अधूरी जांच मान रहे हैं. सभी की मानसिकता यह है कि किसी प्रकार का असंतोष नहीं फैले. मुख्यमंत्री से मिलकर हम मामला उनके सामने रखेंगे. सभी कोशिश करेंगे कि इस मामले की जांच सीबीआई से करवाई जाए, ताकि कोई भ्रम की स्थिति नहीं रहे. हालांकि, किरोड़ी लाल मीना का व्यक्तिगत तौर पर मानना है कि पुलिस ने ठीक जांच की है, लेकिन जब पूरा समाज सीबीआई जांच की मांग कर रहा है तो इस मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए, ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके.
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राजनीति से ऊपर उठकर बच्ची को न्याय की मांग : विधानसभा में उप नेता प्रतिपक्ष रामकेश मीना ने कहा कि डिंपल मीना हत्याकांड को लेकर जयपुर के शहीद स्मारक पर लगातार धरना जारी है. आज हम समाज के लोगों के साथ डॉ. किरोड़ी लाल मीना से मिले हैं. हम राजनीति से ऊपर उठकर समाज की बच्ची को न्याय दिलाने की मांग कर रहे हैं. पुलिस जांच से समाज संतुष्ट नहीं है और समाज के लोगों में आक्रोश है. हम जनप्रतिनिधियों और समाज के पंच-पटेलों में भी पुलिस की जांच को लेकर संदेह है. हमारी मांग है कि सही स्थिति समाज के सामने आए, जिससे समाज में जो आक्रोश है वो खत्म हो.
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पोस्टमार्टम में सामने आई जहर से मौत की बात : 9 मई 2024 को दस साल की मूक-बधिर डिंपल मीना का शव अधजली हालत में मिला था. उसे प्राथमिक उपचार के बाद जयपुर के एसएमएस अस्पताल रेफर किया गया. परिजनों ने दुष्कर्म के बाद जलाने की आशंका जताई. हालांकि, बाद में सामने आया कि दुष्कर्म नहीं हुआ. इलाज के दौरान उसने 20 मई को दम तोड़ दिया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उसे जहर दिए जाने की पुष्टि हुई. पुलिस ने उसके मामा और माता-पिता को जहर देकर हत्या करने के आरोप में पकड़ लिया. पुलिस का कहना है कि बालिका के माता-पिता और मामा ने अस्पताल में उसे जहर दिया, जिससे उसकी मौत हो गई. बता दें कि डॉ. किरोड़ीलाल मीना से मिलने विधानसभा में उप नेता प्रतिपक्ष रामकेश मीना, करौली-धौलपुर सांसद भजनलाल जाटव, टोंक सांसद हरिशचंद्र मीना, विधायक इंदिरा मीना और लाखन लाखन मीना सहित कई लोग पहुंचे थे, जिन्होंने डिंपल मीना को न्याय दिलाने को लेकर चर्चा की.