कानपुर: शहर की सीसामऊ सीट से सपा विधायक इरफान सोलंकी गुरुवार को जब कानपुर एमपी एमएलए कोर्ट से बाहर निकले तो वो चिल्ला रहे थे- जानवर, जानवर, जानवर... जानवर. कोई कुछ समझ पता तब तक सपा विधायक कानपुर पुलिस की कार्यशैली को लेकर भड़क गए.
आमतौर पर पेशी के दौरान मुस्कुराता चेहरा लेकर आने वाले सपा विधायक गुरुवार को बहुत अधिक खफा थे. सपा विधायक ने पुलिस पर आरोप लगाया और कहा- जाकर पूछिए पुलिस कमिश्नर से. क्या मेरा एनकाउंटर कराने के लिए मुझे दो घण्टे तक पुलिस लाइन में रखा गया?
क्या मुझे अटैक आया था, जो पुलिस लाइन ले गए थे? मुझे दो घण्टे तक पुलिस लाइन में सूनसान जगह पर क्यों ले जाया गया? मैं यहां जब न्यायपालिका के सम्मान में आया था तो मुझे पुलिस की कस्टडी में क्यों रखा गया? आक्रोशित होकर ये बातें कहते हुए सपा विधायक इरफान सोलंकी कानपुर से महाराजगंज जेल चले गए. सपा विधायक कानपुर कोर्ट में पुलिस के रवैये को देखते हुए रोये भी.
अधिवक्ता बोले, कोर्ट में की गई पुलिस की शिकायत: सपा विधायक इरफान सोलंकी के साथ जो व्यवहार पुलिस ने किया उसे लेकर उनके अधिवक्ता शिवाकांत दीक्षित ने कहा कि कोर्ट में इस बात की बाकायदा शिकायत की गई है. सपा विधायक के साथ पुलिस ने अमानवीय व्यवहार किया है. उन्हें पुलिस लाइन में धूप में दो घण्टे तक खड़ा रखा गया. जोकि न्यायोचित नहीं है.
5 वीं बार टला फैसला, अब 6 अप्रैल को आ सकता निर्णय: सपा विधायक इरफान सोलंकी के अधिवक्ता शिवाकांत दीक्षित ने बताया कि अब सपा विधायक के खिलाफ दर्ज आगजनी मामले में फैसला 6 अप्रैल को आ सकता है. पहले फैसला गुरुवार को आना था. मगर नहीं आ सका.
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