जयपुर : प्रदेश की 7 सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव को लेकर भाजपा ने अपनी पहली सूची जारी कर दी है. 6 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा के साथ ही बगावत भी सामने आने लगी है. चार विधानसभा सीटों पर उठ रही बगावत को अब बीजेपी साधने में जुट गई है. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने नाराज नेताओं को मनाने का जिम्मा उठाया है. इसी कड़ी में सलूंबर विधानसभा सीट पर टिकट नहीं मिलने से नाराज नरेंद्र मीणा से मुलाकात करके उनकी नाराजगी को दूर किया. सीएम से मुलाकात के बाद नरेंद्र मीणा ने कहा कि "मैं पार्टी के प्रति समर्पित हूं और पूरी तरह जी तोड़ मेहनत कर पार्टी की प्रत्याशी को जिताएंगे."
मान गए मीणा : दरअसल, सलूंबर से टिकट नहीं मिलने पर दावेदार नरेंद्र मीणा रविवार को अपने समर्थकों के बीच पहुंचे थे और अपने भाषण के दौरान भावुक हो गए और फूट-फूट कर रोने लगे थे. इसके साथ ही उन्होंने नाराजगी जताते हुए पार्टी से बगावत करने की भी संकेत भी दिए थे. नरेंद्र मीणा की नाराजगी को देखते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने उन्हें अपने आवास पर बुलाया और बैठकर चर्चा की. दोनों के बीच लंबी चर्चा हुई. इसके बाद मीणा ने बयान जारी करते हुए कहा कि वह पार्टी की प्रति समर्पित हैं और पुरी तरह से जीतोड़ मेहनत कर भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी को जिताएंगे. सीएम भजन लाल और नरेंद्र मीणा दोनों फोटो सीएमओ से जारी की गई, जिसमें सीएम भजन लाल और नरेंद्र मीणा मुस्कुराते हुए दिखाई दे रहे हैं.
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चार सीटों पर बगावत : बता दें कि प्रदेश की 7 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर शनिवार को बीजेपी ने 6 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर दी थी. विधानसभा सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा हुई, उनमें से चार विधानसभा सीटें, जिसमें सलूंबर, रामगढ़, झुंझुनू और देवली-उनियारा पर टिकट के दावेदारों की नाराजगी सामने आई थी. टिकट नहीं मिलने से नाराज सलूंबर और झुंझुनू के दावेदार ने तो बागी तेवर दिखाते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ने के भी संकेत तक दे दिए थे. टिकट बंटवारे के साथ सामने आए इस नाराजगी को खत्म करने के लिए बीजेपी ने अपनी एक रणनीति तैयार कर ली है, जिसमें स्वयं मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा इन नेताओं को मनाने में जुटे हैं, जिसमें सलूम्बर में कामयाबी मिल गई है.