सागर। शहर में कोतवाली थाने से महज 50 मीटर की दूरी पर एक युवक की हत्या कर दी गई.मामूली विवाद के बाद तीन नाबलिगों ने कटर से युवक पर हमला किया और अस्पताल ले जाते समय घायल युवक ने दम तोड़ दिया.घटना शुक्रवार रात 10 बजे की है. शनिवार को परिजनों ने शव रखकर चक्काजाम किया और आरोपियों के घरों पर बुलडोजर चलाने की मांग की.वहीं महिलाओं ने चूड़ियां उतारकर पुलिसवालों पर फेंकी और कहा कि वर्दी उतारकर घर बैठ जाएं.
महिलाओं ने पुलिसवालों पर फेंकी चूड़ियां
शहर की पुलिस और आला अधिकारियों को शर्मनाक स्थिति का सामना करना पड़ा, जब कोतवाली के नजदीक बीती रात एक युवक की हत्या से नाराज महिलाओं ने पुलिस वालों पर चूड़ियां फेंकी और कहा कि वर्दी उतारकर घर बैठ जाएं. दरअसल बीती रात कोतवाली से चंद कदमों की दूरी पर तीन नाबालिग कटरबाजों ने एक युवक पर कटर से हमला कर दिया. कटर के हमले से घायल युवक ने अस्पताल जाते समय दम तोड़ दिया. इसी बात से नाराज युवक के परिजनों और स्थानीय लोगों ने चक्काजाम किया और पुलिस के खिलाफ जमकर आक्रोश दिखाया. महिलाओं ने पुलिस पर जमकर नाराजगी जाहिर करते हुए अपराधियों को खुलेआम संरक्षण देने का आरोप लगाया.
चाट का ठेला लगाता था मृतक
शुक्रवार रात करीब 10 बजे चाट का ठेला लगाने वाला 28 साल का अमित दुबे कोतवाली से महज 50 मीटर की दूरी पर चकराघाट पर खड़ा था, तभी तीन युवकों ने उसे घेरकर कटर से उसके ऊपर ताबड़तोड़ हमले कर दिए और भाग गए. इस वारदात में अमित दुबे गंभीर रूप से घायल हो गया,लेकिन उसने अस्पताल पहुंचने के पहले दम तोड़ दिया. बताया जा रहा है कि मृतक युवक को धक्का लग जाने के कारण विवाद हुआ था. अमित चाट का ठेला लगाकर परिवार चलाता था. दो भाईयों में बड़े भाई अमित की दो साल पहले ही शादी हुई थी.
तीनों नाबालिगों को पकड़ा
अमित पर हमला करने वाले तीनों युवक नाबालिग है. पुलिस ने तीनों को पकड़ लिया है. इनमें से एक शहर का जानामाना कटरबाज है. शहर में कटरबाजों का जमकर आतंक है. कानून व्यवस्था का अंदाजा इसी बात से लगा सकते है कि कोतवाली से चंद कदम दूरी पर तीन नाबालिग कटरबाज सरेआम एक युवक का मर्डर कर भाग जाते हैं.
ये भी पढ़ें: |
पुलिस और प्रशासन ने दिया आश्वासन
स्थानीय लोगों का पुलिस के खिलाफ जमकर आक्रोश फूटा. चक्काजाम के दौरान रहवासियों ने पुलिस की कार्यप्रणाली के खिलाफ जमकर नाराजगी जताई. लोगों का आरोप है कि इलाके में कटरबाजों का जमकर आतंक है और उनको पुलिस का संरक्षण है. मृतक के परिवार को आर्थिक मदद और विधवा पत्नी के लिए नौकरी की मांग करते हुए करीब डेढ़ घंटे तक चक्काजाम कर रहे लोग पुलिस और प्रशासन के आश्वासन के बाद अंतिम संस्कार के लिए तैयार हुए.