सागर. सागर शहर में अब बिजली कटौती के बावजूद पेयजल सप्लाई प्रभावित नहीं होगी. दरअसल, शहर में पेयजल सप्लाई करने वाली राजघाट बांध परियोजना के नजदीक 4 एकड़ में सोलर पैनल पार्क (Solar panel park) बनाया गया है. इसमें 1 मेगावॉट का प्लांट तैयार किया गया है, जिससे हर साल करीब 3 करोड़ रुपए से अधिक कीमत की बिजली तैयार होगी. सागर नगर निगम को परियोजना से हर महीने 20 लाख रुपए के बिजली के बल की बचत होगी.
4 एकड़ में 6.28 करोड़ रु का सोलर पैनल पार्क
दरअसल, सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने और बिजली का खर्च कम करने सोलर पैनल ऊर्जा और सूर्य घर योजना तैयार की गई है. इसी के तहत सागर की राजघाट बांध परियोजना में 500-500 किलो वॉट के सोलर पैनल लगाए गए हैं. जिससे रोजाना 4 से 5 हजार यूनिट बिजली का उत्पादन होगा. परियोजना स्मार्ट सिटी सागर के माध्यम से स्वीकृत कर राजघाट बांध पर 4 एकड़ भूमि पर प्लांट तैयार किया गया है, जिसकी लागत 6.28 करोड़ रूपए और क्रियान्वयन एजेंसी नवकरणीय ऊर्जा विभाग है.
![Water supply from solar energy](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/05-03-2024/mp-sgr-02-water-supply-solar-energy-video-7208095_04032024212435_0403f_1709567675_585.jpg)
हर साल 3 करोड़ से ज्यादा बचेंगे
सोलर प्लांट लगने से नगर निगम को हर महीने 20 लाख रुपए के बिजली बिल की बचत होगी यानी सालाना 3 करोड़ से ज्यादा. इसके अलावा बिजली आपूर्ति फेल होने होने की स्थिति में भी शहर में पानी सप्लाई होता रहेगा और पेयजल सप्लाई पर किसी तरह का असर नहीं पड़ेगा.
Read more - ग्राम पंचायत चुनाव से लोकसभा तक का सफर, लता वानखेड़े बनीं सागर से बीजेपी प्रत्याशी गजब का रिटायरमेंट प्लान! सागर के शख्स ने लाखों खर्च कर जुटाए 70 से ज्यादा देशों के सिक्के और नोट |
सोलर पैनल पार्क की खासियत
सोलर पैनल पार्क बनाने का काम गुजरात की माधव टेक्नोलॉजी कंपनी के द्वारा किया गया है. कंपनी ने सोलर पैनल की 25 और इनवर्टर की 10 साल की गारंटी दी है. प्लांट में 15-15 सौ वॉट के 3000 सोलर पैनल लगाए गए हैं. सोलर प्लांट को आसमानी बिजली से बचाने के लिए दो तड़ित चालक लगाए गए हैं, जो 108 मीटर की दूरी को कवर करेंगे. ब्लूटूथ के माध्यम से मोबाइल पर रीडिंग देखी जा सकेगी. इनवर्टर और ट्रांसफार्मर में दो-दो सिमें लगाई गई हैं. सोलर प्लांट का 5 साल तक रख रखाव कंपनी के द्वारा किया जाएगा.