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सागर यूनिवर्सिटी में अग्निवीरों के लिए एडमिशन शुरू, ये कोर्स करेंगे तो भारतीय सेना में भर्ती के अवसर मिलेंगे - Sagar University Agniveer course - SAGAR UNIVERSITY AGNIVEER COURSE

सागर के डॉ.हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय में अग्निवीरों के लिए कई कोर्स शुरू किए गए हैं. योजना के मुताबिक अग्निवीर सैनिकों के लिए पाठ्यक्रम की स्पेशल क्लास के लिए अलग से व्यवस्था की जाएगी.

SAGAR UNIVERSITY AGNIVEER COURSE
सागर यूनिवर्सिटी और महार रेजीमेंट के बीच करार
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Apr 30, 2024, 1:00 PM IST

सागर। भारतीय सेना के अग्निवीरों, सैनिकों के परिजनो और अधिकारियों के शैक्षणिक, व्यावसायिक और तकनीकी कौशल को विकसित करने सेंट्रल यूनिवर्सिटी डॉ.हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय और महार रेजिमेंट के बीच करार हुआ है. इसके तहत दूरस्थ शिक्षा के लिए किए गए अकादमिक करार के तहत अलग-अलग पाठ्यक्रम में प्रवेश प्रक्रिया मौजूदा सत्र से शुरू कर दी गयी है.

भारतीय सेना की अहम इकाई महार रेजीमेंट

भारतीय सेना की इकाई के रूप में महार रेजीमेंट जांबाज और कुशल सैनिक तैयार कर रही है. वहीं सागर यूनिवर्सिटी का दूरस्थ शिक्षा संस्थान अपनी भूमिका का निर्वाह कर अग्निवीर सैनिकों के शैक्षणिक, व्यावसायिक और तकनीकी दक्षता के साथ डिग्री भी प्रदान करेगी. यूनिवर्सिटी द्वारा संचालित कोर्स संरचना और परीक्षा के साथ रोजगार संभावनाओं को लेकर अग्निवीर सैनिकों को विशेष मार्गदर्शन दिया जा रहा है. इसके अलावा अग्निवीर सैनिकों के लिए पाठ्यक्रम की स्पेशल क्लास के लिए अलग से व्यवस्था की जाएगी.

सागर यूनिवर्सिटी और महार रेजीमेंट के बीच करार

डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर और भारतीय सेना की महार रेजीमेंट के बीच अकादमिक समझौता के तहत सेना के जवानों, अधिकारियों और उनके परिजनों की शैक्षणिक, व्यावसायिक और तकनीकी दक्षता को बढ़ावा दिया जाएगा. अग्निवीरों को शिक्षा के साथ व्यावसायिक रूप से हुनरमंद बनाने के लिए किसी विश्वविद्यालय के साथ सेना का ये पहला समझौता है. सागर यूनिवर्सिटी से हुए समझौते के तहत महार रेजीमेंट के अग्निवीरों के लिए तैयार किए गए पाठ्यक्रमों की मदद से वे सेना में सेवा दे सकेंगे.

ये खबरें भी पढ़ें...

सागर यूनिवर्सिटी में स्थापित हुआ वैदिक अध्ययन विभाग, वैदिक गणित में डिग्री और डिप्लोमा कोर्स की शुरुआत

फार्मेसी रिसर्च ने फिर बढ़ाई सागर यूनिवर्सिटी की शान, एडुरैंक में देश के टाॅप टेन संस्थानों में शामिल

युवा किन पाठ्यक्रमों में ले सकते हैं प्रवेश

सागर यूनिवर्सटी के मीडिया प्रभारी विवेक जायसवाल के अनुसारअग्निवीर सागर विश्वविद्यालय के दूरस्थ शिक्षा संस्थान के तमाम पाठ्यक्रम में प्रवेश ले सकेंगे. इन पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने वाले अन्य विद्यार्थियों के अलावा अग्निवीर सैनिकों के लिए अलग से व्यवस्थाएं की जाएंगी. उनके लिए महान रेजीमेंट सेंटर में ही सागर विश्वविद्यालय से शिक्षक पढ़ाने के लिए जाएंगे.

  • पीजीडीपीसी (मनोवैज्ञानिक परामर्श में पीजी डिप्लोमा)
  • पीजीडीवाईएम (योग और प्राकृतिक चिकित्सा में पीजी डिप्लोमा)
  • पीजीडीवाईपी (योग और मनोचिकित्सा में पीजी डिप्लोमा)
  • पीजीडीवाईएम ( योग और ध्यान में पीजी डिप्लोमा)
  • पीजीडीपीएम (कार्मिक प्रबंधन में पीजी डिप्लोमा)
  • पीजीडीआईबीईएम (अंतर्राष्ट्रीय व्यापार एवं निर्यात प्रबंधन)
  • पीजीडीईएम (पर्यावरण प्रबंधन में पीजी डिप्लोमा)

सागर। भारतीय सेना के अग्निवीरों, सैनिकों के परिजनो और अधिकारियों के शैक्षणिक, व्यावसायिक और तकनीकी कौशल को विकसित करने सेंट्रल यूनिवर्सिटी डॉ.हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय और महार रेजिमेंट के बीच करार हुआ है. इसके तहत दूरस्थ शिक्षा के लिए किए गए अकादमिक करार के तहत अलग-अलग पाठ्यक्रम में प्रवेश प्रक्रिया मौजूदा सत्र से शुरू कर दी गयी है.

भारतीय सेना की अहम इकाई महार रेजीमेंट

भारतीय सेना की इकाई के रूप में महार रेजीमेंट जांबाज और कुशल सैनिक तैयार कर रही है. वहीं सागर यूनिवर्सिटी का दूरस्थ शिक्षा संस्थान अपनी भूमिका का निर्वाह कर अग्निवीर सैनिकों के शैक्षणिक, व्यावसायिक और तकनीकी दक्षता के साथ डिग्री भी प्रदान करेगी. यूनिवर्सिटी द्वारा संचालित कोर्स संरचना और परीक्षा के साथ रोजगार संभावनाओं को लेकर अग्निवीर सैनिकों को विशेष मार्गदर्शन दिया जा रहा है. इसके अलावा अग्निवीर सैनिकों के लिए पाठ्यक्रम की स्पेशल क्लास के लिए अलग से व्यवस्था की जाएगी.

सागर यूनिवर्सिटी और महार रेजीमेंट के बीच करार

डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर और भारतीय सेना की महार रेजीमेंट के बीच अकादमिक समझौता के तहत सेना के जवानों, अधिकारियों और उनके परिजनों की शैक्षणिक, व्यावसायिक और तकनीकी दक्षता को बढ़ावा दिया जाएगा. अग्निवीरों को शिक्षा के साथ व्यावसायिक रूप से हुनरमंद बनाने के लिए किसी विश्वविद्यालय के साथ सेना का ये पहला समझौता है. सागर यूनिवर्सिटी से हुए समझौते के तहत महार रेजीमेंट के अग्निवीरों के लिए तैयार किए गए पाठ्यक्रमों की मदद से वे सेना में सेवा दे सकेंगे.

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सागर यूनिवर्सटी के मीडिया प्रभारी विवेक जायसवाल के अनुसारअग्निवीर सागर विश्वविद्यालय के दूरस्थ शिक्षा संस्थान के तमाम पाठ्यक्रम में प्रवेश ले सकेंगे. इन पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने वाले अन्य विद्यार्थियों के अलावा अग्निवीर सैनिकों के लिए अलग से व्यवस्थाएं की जाएंगी. उनके लिए महान रेजीमेंट सेंटर में ही सागर विश्वविद्यालय से शिक्षक पढ़ाने के लिए जाएंगे.

  • पीजीडीपीसी (मनोवैज्ञानिक परामर्श में पीजी डिप्लोमा)
  • पीजीडीवाईएम (योग और प्राकृतिक चिकित्सा में पीजी डिप्लोमा)
  • पीजीडीवाईपी (योग और मनोचिकित्सा में पीजी डिप्लोमा)
  • पीजीडीवाईएम ( योग और ध्यान में पीजी डिप्लोमा)
  • पीजीडीपीएम (कार्मिक प्रबंधन में पीजी डिप्लोमा)
  • पीजीडीआईबीईएम (अंतर्राष्ट्रीय व्यापार एवं निर्यात प्रबंधन)
  • पीजीडीईएम (पर्यावरण प्रबंधन में पीजी डिप्लोमा)
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