सागर: देवरी विकासखंड के घुघरी गांव में सड़क नहीं होने के कारण गर्भवती महिला को खाट पर अस्पताल ले जाना पड़ा. वहीं, बारिश के कारण रास्ते में कीचड़ और दलदल होने से समय पर अस्पताल भी नहीं पहुंच पाए और बीच रास्ते में ही प्रसूता ने बच्चे को जन्म दे दिया. बताया जा रहा है कि सड़क नहीं होने के कारण गांव तक एंबुलेंस नहीं पहुंच पाती है, जिससे महिला को खटिया के माध्यम से कंधों पर अस्पताल लेकर जाना पड़ता है.
गांव तक एंबुलेंस को पहुंचने के लिए सड़क नहीं
प्रसूता महिला के पति तेजराम आदिवासी ने बताया कि "उसकी पत्नी माया को प्रसव पीड़ा होने पर एंबुलेंस के लिए फोन किया. लेकिन रास्ता खराब होने के कारण एंबुलेंस नहीं पहुंची. करीब 2 घंटे तक एंबुलेंस का इंतजार किया लेकिन जब एंबुलेंस नहीं पहुंची, तो दलदली रास्ता होने के कारण हम लोग डिलेवरी के लिए खाट पर लेकर चल पड़े."
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बीच रास्ते में ही प्रसूता का कराया गया डिलीवरी
बताया गया कि करीब 1 किमी तक रास्ता दलदली थी. जब महिला को अस्पताल ले जा रहे थे, बीच रास्ते में ही महिला को प्रसव पीड़ी होने लगी, तो गांव के महिलाओं को बुलाया गया और करीब 6 बजे शाम महिला का डिलीवरी कराया गया. इसके बाद खाट पर ही जच्चा और बच्चा को गांव के मुख्य सड़क तक लाया गया और फिर निजी वाहन से शाम 7 बजे देवरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया. जहां जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं.
सड़क की जायजा लेने अधिकारी पहुंचे घूघरी
इस मामले को लेकर जिला कलेक्टर संदीप जी.आर. ने देवरी जनपद के सीईओ मनीषा चतुर्वेदी को सड़क की स्थिति की जांच करने के निर्देश दिए हैं. कलेक्टर के निर्देश के बाद देवरी जनपद के सहायक परियोजना अधिकारी उदयभान सिंह बुधवार शाम को घूघर गांव पहुंचे और सड़क की वास्तविक स्थिति का जायजा लिया. इसके बाद सीईओ के माध्यम से कलेक्टर को रिपोर्ट सौंपा जाएगा.