सागर: रक्षाबंधन के त्योहार के मौके पर खुरई विधानसभा के बरोदिया नोनागिर गांव पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने अपनी मुंह बोली बहन से राखी बंधवाई. ये महिला अगस्त 2023 में दबंगों के द्वारा मारपीट की घटना में मौत का शिकार हुए एक युवक की मां है. पिछले साल दिग्विजय सिंह ने मृतक की मां को बहन मानकर राखी बंधवाई थी. इस परिवार के दो और लोगों की मौत मई 2024 में हो गई थी. घटना के बाद दिग्विजय सिंह ने गांव पहुंचकर घटना की सीबीआई जांच की मांग की थी. इसके बाद सोमवार को एक बार फिर दिग्विजय सिंह ने अपनी बहन से राखी बंधवाई और उनका हाल-चाल जाना.
काफी देर तक बहन से की बातचीत
सोमवार दोपहर रक्षाबंधन के मौके पर दिग्विजय सिंह एक बार फिर बरोदिया नोनागिर गांव पहुंचे. उनके साथ सागर जिले के कांग्रेस नेता भी मौजूद थे. दिग्विजय सिंह ने अपनी से राखी बंधवाई और हालचाल भी जाना. इसके बाद बेटे और बेटी की मौत के बाद बनी परिस्थितियों और हालातों पर भी चर्चा की. राखी बंधवाने के बाद दिग्विजय सिंह ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि "आज रक्षाबंधन के दिन मैंने जो वादा किया था, उसे निभाया है. मैं पिछली बार भी आया था और उसके बाद इस परिवार में दो और घटनाएं हो गईं. हम उनके दुख में शामिल हैं और आज मैं अपनी बहन से राखी बंधवाने आया था. मैंने उनसे चर्चा की और उनके बच्चों से भी चर्चा की. इस दुख की घड़ी में हम उनके साथ हैं.'' घटना की सीबीआई जांच के सवाल पर उन्होंने कहा कि ''हमने सीबीआई जांच की मांग की थी, लेकिन ये राज्य सरकार पर निर्भर करता है. उन्होंने हमारी मांग नहीं मानी है. अब हमारे पास दूसरा विकल्प हाईकोर्ट जाने का. हम इस पर विचार करेंगे."
क्या है बरोदिया नोनागिर हत्याकांड
खुरई विधानसभा के बरोदिया नौनागिर गांव में 2023 विधानसभा चुनाव के पहले एक युवक की दबंगों ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी. विधानसभा चुनाव नजदीक थे, इसलिए मामले में जमकर सियासत हुई. ये इलाका तत्कालीन नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह के विधानसभा क्षेत्र खुरई में आता है. कांग्रेस का आरोप था कि युवक की हत्या के आरोपी मंत्री के करीबी हैं. तब भी दिग्विजय सिंह बरोदिया नोनागिर पहुंचे थे और युवक की मां को बहन मानते हुए राखी बंधवाई थी.
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एक-एक कर की गई गवाहों की हत्या
इसके बाद मई 2024 में युवक की मौत के मामले में दोनों पक्ष राजीनामा के लिए इकठ्ठा हुए थे. जहां एक बार फिर विवाद हो गया. इसी दौरान मृतक के चाचा पर दूसरे पक्ष के लोगों ने हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था. जिनकी इलाज के लिए भोपाल ले जाते समय मौत हो गई. इसके बाद मृतक युवक की बहन अपने चाचा का शव लेकर वापस आ रही थी. संदिग्ध परिस्थितियों में शव वाहन से गिरने पर बहन की भी मौत हो गई. घटना के बाद दिग्विजय सिंह बरोदिया नोनागिर पहुंचे थे और बहन के अंतिम संस्कार में शामिल होकर सीबीआई जांच की मांग की थी, क्योंकि दोनों मृतक उस युवक की हत्या के गवाह थे और कांग्रेस का आरोप था कि एक-एक करके गवाहों की भी हत्या की गई है.