सागर। एक तरफ मध्य प्रदेश में भाजपा भारी भरकम बहुमत के साथ विधानसभा चुनाव जीती है. दूसरी तरफ आगामी लोकसभा चुनाव में 400 से ज्यादा सीटें जीतने का दावा कर रही है, लेकिन अगर कांग्रेस के आरोपों को सच समझें, तो भारी बहुमत वाली सरकार के मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में भीड़ जुटाने के लिए काॅलेज के छात्रों को धमकी और प्रलोभन देकर बुलाया जा रहा है. दरअसल सागर में 13 मार्च को मुख्यमंत्री मोहन यादव की सभा थी. जिसमें सागर में राजकीय विश्वविद्यालय की डिजिटल लांचिंग रखी गयी थी. इस कार्यक्रम में काॅलेज के स्टूडेंट्स को बुलाने के लिए काॅलेज प्रबंधन द्वारा व्हाट्सएप ग्रुप में धमकी और लालच भरे मैसेज डाले गए. स्टूडेंट्स को कहा गया कि उनकी अटेंडेंस तब ही मानी जाएगी, जब वह मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में पहुंचेंगे. नहीं पहुंचने पर नंबर काटे जाएंगे और पहुंचने पर अच्छे नंबर दिए जाएंगे.
कांग्रेस ने व्हाट्सएप स्क्रीनशाॅट जारी कर लगाए आरोप
सागर में मुख्यमंत्री मोहन यादव की सभा में भीड़ जुटाने के लिए काॅलेजों के व्हाट्सएप ग्रुप के मैसेज मीडिया से साझा करते हुए मध्य प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष भूपेन्द्र गुप्ता ने गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने भाजपा पर शिक्षा का सत्यानाश करने का आरोप लगाते हुए कहा कि 'भाजपा सरकार आंगनबाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं को अपने कार्यक्रमों में भीड़ बनाने का काम कई सालों से करती आ रही है. अब विद्यार्थियों को भी भीड़ बनाने में लगी हुई है.' प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष भूपेन्द्र गुप्ता ने आरोप लगाया है कि 'मुख्यमंत्री के सागर में राजकीय विश्वविद्यालय कार्यक्रम में भीड़ इकट्ठी करने के लिये कालेजों के वाट्सएप ग्रुप में शिक्षकों द्वारा न केवल छात्रों को कार्यक्रम में ना पहुंचने पर परिणाम भुगतने के मैसेज डाले, बल्कि कार्यक्रम में शामिल होने पर अतिरिक्त नंबर देने का प्रलोभन भी दिया गया.'
भूपेंद्र गुप्ता ने मध्यप्रदेश की शिक्षा का सत्यानाश करने का प्रयास बताते हुए जांच की मांग की है. साथ ही दोषी शिक्षकों पर कार्रवाई करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि 400 पार का सपना देखने वाली डबल इंजन सरकार ने स्कूल के स्कूल भीड़ बढ़ाने के लिये खाली करवा दिये और कार्यक्रम स्थल पर ही अटेंडेंस लगाने के लिये धमकाया. भूपेंद्र गुप्ता ने मानव अधिकार आयोग से घटना पर स्वतः संज्ञान लेने का आग्रह किया है.
विश्वविद्यालय की घोषणा पर विद्यार्थियों ने किया सम्मान
दूसरी तरफ सागर विधायक शैलेन्द्र जैन का कहना है कि 'सागर में लंबे समय से राजकीय विश्वविद्यालय की मांग चली आ रही थी और मांग पूरी होने पर कई काॅलेज के छात्रों ने खुद मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करने के लिए कार्यक्रम में पहुंचने की मंशा व्यक्त की थी. मुख्यमंत्री द्वारा आग्रह स्वीकार किए जाने के बाद काॅलेज के स्टूडेंट्स कार्यक्रम में पहुंचे थे. काॅलेज प्रबंधन ने स्टूडेंट्स को धमकाया या लालच दिया, ऐसी मुझे जानकारी नहीं है. मेरी जानकारी में स्टूडेंट्स काफी उत्साहित थे और मुख्यमंत्री को धन्यवाद देने पहुंचे थे.