नई दिल्ली: दिल्ली के साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट की साइबर पुलिस टीम ने लाखों की चीटिंग के मामले का खुलासा किया है. जिसमें चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों में MBA और डिप्लोमा डिग्री धारी भी शामिल हैं. गैंग का मास्टरमाइंड कजाकिस्तान में बैठकर इसको ऑपरेट करता था और चीटिंग के अमाउंट को क्रिप्टो करंसी में कन्वर्ट करता था. साइबर थाना की टीम लगभग साढ़े 29 लाख की चीटिंग की शिकायत पर टेक्निकल सर्विलांस की मदद से छानबीन कर रही थी. फिर पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा किया.
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ये गैंग एक ऑनलाइन ट्रेडिंग ऐप के जरिए लोगों को निशाना बनाता था. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान रोहित चिकारा, वरुण, मनीष मान और उदय मित्तल के रूप में हुई है. आपको बता दें कि रोहित एमबीए और मास कम्युनिकेशन में ग्रेजुएशन कर चुका है. वरुण रशियन लैंग्वेज में डिप्लोमा डिग्री धारी है जबकि मनीष बीएससी और MBA दोनों पूरा कर चुका है. चौथा आरोपी उदय मित्तल केवल 12वीं पास है.
इनके पास से पुलिस ने लगभग चार लाख रुपये, नौ मोबाइल, दो चेक बुक और नौ एटीएम कार्ड बरामद किए हैं. डीसीपी रोहित मीणा ने बताया कि चीटिंग की शिकायत पुलिस को 27 अप्रैल को मिली थी. जिसमें सफदरजंग अस्पताल के डॉक्टर आशीष ने पुलिस को बताया था कि उनसे 29 लाख रुपये की चिटिंग हुई है. उन्हें पार्ट टाइम जॉब का लालच दिया गया था. उन्होंने अपना और अपने रिटायर्ड पिता का पैसा भी डुबा दिया.
पुलिस ने जिन बैंक अकाउंट्स को खंगाला, उसमें दो महीने के अंदर 4.50 करोड़ रुपये के ट्रांजैक्शन का पता चला है. पुलिस टीम ने आरोपियों को पकड़ने के लिए सीसीटीवी फुटेज का भी सहारा लिया.
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