पाकुड़: प्रधानमंत्री के हुनर है तो कदर है के सपने को साकार करने में इन दिनों पाकुड़ी जिले के ग्रामीण इलाकों की आदिवासी और अल्पसंख्यक समाज की महिलाएं जुटी हुई हैं. गांव की इन महिलाओं के उड़ान को पंख देने का काम भारतीय स्टेट बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्था कर रहा है.
कौशल विकास योजना के तहत गांव की महिलाओं के सशक्तिकरण और उनके स्वावलंबन को लेकर भारतीय स्टेट बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान आर्थिक रूप से कमजोर वैसी महिलाएं, जो अपने घरों में चौका-बर्तन के अलावे मजदूरी का काम करती थी उन्हें हुनरमंद बनाने का काम कर रहा है. पाकुड़ जिले के सोनाजोड़ी स्थित एसबीआई आरसेट्टी प्रशिक्षण केंद्र में दर्जनों ग्रामीण महिलाओं को काॅस्ट्युम ज्वेलरी का आवासीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है. गांव की अल्पसंख्यक एवं आदिवासी समाज की महिलाएं पूरे लगन के साथ चुड़ी, गले का हार, मंगलसूत्र आदि बनाने का प्रशिक्षण ले रही हैं. ग्रामीण महिलाओं का कहना है कि हम प्रशिक्षण लेकर अपने घरों में ही चुड़ी बनाकर उसे दुकानों एवं हाट बाजारों में बेचकर आमदनी करेंगे ताकि अपना और परिवार का सही तरीके से भरण पोषण हो सके.
भारतीय स्टेट बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान के अमित कुमार वर्द्धन ने बताया कि काॅस्ट्युम ज्वेलरी का प्रशिक्षण ले रही महिलाओं को प्रशिक्षण के उपरांत वित्तीय मदद मुहैया कराने का भी काम किया जायेगा. उन्होंने बताया कि महिलाओं के सशक्तिकरण और स्वावलंबन को इससे बढ़ावा मिलेगा. अमित कुमार बर्द्धन ने बताया कि गांव की महिलाएं घर बैठे ही अपना व्यापार कर आमदनी भी करेंगी. उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में अबतक जिले के 494 दीदियों को सिलाई कटाई, ब्यूटी पार्लर, बकरी एवं गाय पालन सहित अन्य रोजगार से संबंधित प्रशिक्षण आरसेट्टी द्वारा दिया गया है.
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