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एसबीआई बैंक में 57 लाख का गबन, पूर्व मैनेजर के खिलाफ मामला दर्ज - SBI Luni Branch

Fraud in Luni SBI,जोधपुर से बड़ी खबर सामने आई है, जहां एसबीआई बैंक में 57 लाख का गबन हुआ है. इस मामले में बैंक के पूर्व मैनेजर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.

Luni Police Station
लूणी पुलिस थाना (ETV Bharat Jodhpur)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : May 31, 2024, 3:44 PM IST

जोधपुर. भारतीय स्टेट बैंक लूणी की शाखा में 57 लाख रुपये का गबन किया गया हैं, जिसको लेकर मुख्य प्रबंधक द्वारा तत्कालीन मैनेजर के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया है. मुख्य प्रबंधक और शाखा की वर्तमान प्रबंधक ने तत्कालीन मैनेजर के खिलाफ कार्रवाई के लिए बैंक की आंतरिक जांच रिपोर्ट भी पुलिस को सौंपी है, जिसमें पूरा खुलासा किया गया है.

थानाधिकारी हुकुम सिंह शेखावत ने बताया कि एसबीआई के मुख्य प्रबंधक सुखदेव सिंह सोलंकी और शाखा प्रबंधक मिनाक्षी सैनी ने 2022 में लूणी शाखा के तत्कालीन प्रबंधक भरतदेव मेघवाल के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है. जिसमें बताया गया है कि मेघवाल ने बैंक रखे एग्रोकॉप इंश्योरेंस के सरप्लस फंड के 57 लाख 55 हजार रुपये को खुर्द-बुर्द कर दिया गया. यह राशि पचास लोगों के खाते में डाल कर बाद में अलग-अलग तरीके से प्राप्त की गई है, जबकि जिन लोगों के खाते में राशि दी गई वे इसके हकदार नहीं थे.

पढ़ें : ED ने जयपुर के दौलतपुरा में अटैच की 218 एकड़ जमीन, निवेशकों से धोखाधड़ी के केस से जुड़ा है पूरा मामला - ED ACTION IN JAIPUR

लेने-देन की एंट्री भी बैंक के सॉफ्टवेयर में छुट्टी के दिन की गई. बैंक में गडबड झाला सामने आने के बाद बैंक प्रबंधन ने क्षेत्रीय कार्यालय से रामधन मीणा और विष्णु प्रकाश कुमावत को जांच के लिए भेजा, जिन्होंने अपनी जांच में इसे गबन माना. जिसके बाद पुलिस में मामला दर्ज करवाया गया है.

50 खातों में जमा किए 57 लाख रुपये : बैंक की जांच में सामने आया कि बैंक में 2019 में सरप्लस फंड के 58 लाख रुपये की राशि का बैंकर्स चेक के रूप में सुरक्षित रखी गई थी. चेक जिसकी जानकारी भरतदेव मेघवाल को थी. 2022 में बतौर शाखा प्रबंधक कार्य करते हुए इस राशि को गबन करने के लिए बिना किसी अधिकारी से अनुमति के सरप्लस फंड की राशि बैंक के खाते में जमा कर ली. इसके बाद 9 दिसंबर 2022 से 31 जनवरी 2023 तक बैंक के पार्किंग एकाउंट और सेंडरी डिपोजिट नंबर का उपयोग करते हुए 50 लोगों के खातों में जमा कर दी गई. अवकाश के दिन पद का दुरुपयोग करते हुए अपने अधिनस्थ कर्मचारी प्रकाश गहलोत और गौरव शर्मा से इनकी एंट्री करवाई.

खातों से राशि रोटेट करते हुए नकद उठाई : बैंक की रिपोर्ट में बताया गया है कि भरतदेव मेघवाल ने 50 लोगों के खाते में 57 लाख रुपये जमा करने के बाद इन खातों से राशि रोटेट करते हुए विड्रा वाउचर से राशि प्राप्त की है. इसके लिए भरतदेव ने बैंक के सिस्टम को भी कॉलेप्स किया. अंदेशा है कि इसमें कुछ खाता धारकों से भी मिलीभगत की गई, जिसकी पूरी रिपोर्ट पुलिस को दी गई है. थानाधिकारी हुकुम सिंह ने बताया कि बैंक के साथ मैनेजर ने अमानत में खयानत की हैं. गबन की जांच रिपोर्ट का अध्ययन कर कार्रवाई करेंगे.

जोधपुर. भारतीय स्टेट बैंक लूणी की शाखा में 57 लाख रुपये का गबन किया गया हैं, जिसको लेकर मुख्य प्रबंधक द्वारा तत्कालीन मैनेजर के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया है. मुख्य प्रबंधक और शाखा की वर्तमान प्रबंधक ने तत्कालीन मैनेजर के खिलाफ कार्रवाई के लिए बैंक की आंतरिक जांच रिपोर्ट भी पुलिस को सौंपी है, जिसमें पूरा खुलासा किया गया है.

थानाधिकारी हुकुम सिंह शेखावत ने बताया कि एसबीआई के मुख्य प्रबंधक सुखदेव सिंह सोलंकी और शाखा प्रबंधक मिनाक्षी सैनी ने 2022 में लूणी शाखा के तत्कालीन प्रबंधक भरतदेव मेघवाल के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है. जिसमें बताया गया है कि मेघवाल ने बैंक रखे एग्रोकॉप इंश्योरेंस के सरप्लस फंड के 57 लाख 55 हजार रुपये को खुर्द-बुर्द कर दिया गया. यह राशि पचास लोगों के खाते में डाल कर बाद में अलग-अलग तरीके से प्राप्त की गई है, जबकि जिन लोगों के खाते में राशि दी गई वे इसके हकदार नहीं थे.

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लेने-देन की एंट्री भी बैंक के सॉफ्टवेयर में छुट्टी के दिन की गई. बैंक में गडबड झाला सामने आने के बाद बैंक प्रबंधन ने क्षेत्रीय कार्यालय से रामधन मीणा और विष्णु प्रकाश कुमावत को जांच के लिए भेजा, जिन्होंने अपनी जांच में इसे गबन माना. जिसके बाद पुलिस में मामला दर्ज करवाया गया है.

50 खातों में जमा किए 57 लाख रुपये : बैंक की जांच में सामने आया कि बैंक में 2019 में सरप्लस फंड के 58 लाख रुपये की राशि का बैंकर्स चेक के रूप में सुरक्षित रखी गई थी. चेक जिसकी जानकारी भरतदेव मेघवाल को थी. 2022 में बतौर शाखा प्रबंधक कार्य करते हुए इस राशि को गबन करने के लिए बिना किसी अधिकारी से अनुमति के सरप्लस फंड की राशि बैंक के खाते में जमा कर ली. इसके बाद 9 दिसंबर 2022 से 31 जनवरी 2023 तक बैंक के पार्किंग एकाउंट और सेंडरी डिपोजिट नंबर का उपयोग करते हुए 50 लोगों के खातों में जमा कर दी गई. अवकाश के दिन पद का दुरुपयोग करते हुए अपने अधिनस्थ कर्मचारी प्रकाश गहलोत और गौरव शर्मा से इनकी एंट्री करवाई.

खातों से राशि रोटेट करते हुए नकद उठाई : बैंक की रिपोर्ट में बताया गया है कि भरतदेव मेघवाल ने 50 लोगों के खाते में 57 लाख रुपये जमा करने के बाद इन खातों से राशि रोटेट करते हुए विड्रा वाउचर से राशि प्राप्त की है. इसके लिए भरतदेव ने बैंक के सिस्टम को भी कॉलेप्स किया. अंदेशा है कि इसमें कुछ खाता धारकों से भी मिलीभगत की गई, जिसकी पूरी रिपोर्ट पुलिस को दी गई है. थानाधिकारी हुकुम सिंह ने बताया कि बैंक के साथ मैनेजर ने अमानत में खयानत की हैं. गबन की जांच रिपोर्ट का अध्ययन कर कार्रवाई करेंगे.

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