रुद्रप्रयाग: महाराष्ट्र के पूणे में होटल की नौकरी कर रहे एक व्यक्ति के घर लौटते समय उसे बहादराबाद से हरिद्वार के बीच कुछ अज्ञात लोगों ने नशीला पदार्थ खिला दिया. युवक को जब होश आया तो वह बेसुध हालत में बहादराबाद पार्क में पड़ा था. आस-पास के लोगों ने सूचना पुलिस को दी और फिर युवक को अस्पताल में भर्ती किया गया और यहां से वह घर लौटा. लेकिन घर लौटने के दूसरे दिन ही युवक की मौत हो गई. ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से ऐसे जहरखुरानी गिरोह की धरपकड़ करने के साथ ही पीड़ित परिवार के भरण-पोषण के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष से मदद देने की मांग की है.
गौर है कि जिले के ग्राम कुमोली-मयकोटी निवासी आशीष नेगी पूणे से 21 जुलाई को अपने गांव के लिए निकला था. वह दिल्ली निजामुद्दीन स्टेशन पहुंचा, यहां से आशीष हरिद्वार की बस में बैठा. लेकिन बहादराबाद से हरिद्वार के बीच कुछ अज्ञात लोगों ने आशीष को केले में नशीला पदार्थ खिला दिया. उसके बाद तीन लोगों ने आशीष को जबरदस्ती बेसुध हालत में बस से उतारा. बेसुध हालत में आशीष नेगी बहादराबाद पार्क में पड़ा था. आस-पास के लोगों ने देखा तो पुलिस को सूचना दी.
पुलिस बहादराबाद पार्क पहुंची और आशीष को लेकर जिला अस्पताल हरिद्वार पहुंची और अस्पताल में इलाज करवाया. यहां आशीष का दो दिन तक इलाज चला. 26 जुलाई को अशीष नेगी अपने गांव कुमोली पहुंचा और उसने अपने साथ घटी घटना की जानकारी परिजनों को दी और 27 जुलाई की सुबह चार बजे आशीष की मृत्यु हो गई.
आशीष की पत्नी दीपा देवी एवं चाचा भरत सिंह नेगी ने बताया कि आशीष को बहादराबाद से हरिद्वार के बीच कुछ अज्ञात लोगों ने केले में नशीला पदार्थ खिलाया, जिससे उसकी तबीयत बार-बार खराब हो रही थी और घर पहुंचने के बाद आशीष ने दम तोड़ दिया. उन्होंने कहा कि जहरखुरानी गिरोह की धरपकड़ की जानी जरूरी है. जिससे अन्य लोगों को बचाया जा सके.
पूर्व अध्यक्ष प्रधान संगठन शांति चमोला ने बताया कि आशीष अपने पीछे माता, पत्नी, चार बालिका और एक बालक का भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं. उन्होंने पीड़ित परिवार के भरण पोषण को लेकर मुख्यमंत्री राहत कोष से मदद दिलाने की मांग की है.
ये भी पढ़ेंः लक्सर में ई रिक्शा चालक ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट में लिखा ससुराल से हूं प्रताड़ित