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पशु परिचर परीक्षा 2023: बाड़मेर परीक्षा केंद्र में प्रवेश के लिए महिलाओं को तोड़नी पड़ी चूड़ियां, उतारी बिछिया

बाड़मेर में पशु परिचर परीक्षा के लिए महिला परीक्षार्थियों को प्रवेश के लिए चूड़ियां तोड़नी पड़ी. कुछ महिलाएं बिछिया उतारती दिखीं.

RSMSSB Animal Attendant Exam 2023
पशु परिचर परीक्षा 2023 (ETV Bharat Barmer)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Dec 1, 2024, 5:37 PM IST

Updated : Dec 1, 2024, 7:33 PM IST

बाड़मेर: रविवार को पशु परिचर परीक्षा सीधी भर्ती परीक्षा 2023 के तहत जिले के तीन केन्द्रों पर दो पारियों में परीक्षाओं का आयोजन किया गया. परीक्षा केन्द्र पर पुलिस द्वारा परीक्षार्थियों की गहनता से तलाशी के बाद ही उन्हें प्रदेश दिया गया. परीक्षार्थियों के लिए राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से निर्धारित ड्रेस कोड को ध्यान में रखते हुए केंद्रों में प्रवेश की अनुमति दी गई. इस दौरान केंद्र में प्रवेश पाने के लिए सुहागिन महिलाएं हाथों की चूड़ियां तोड़ते हुए, तो कुछ पांव की बिछिया उतारती नजर आई.

राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड, जयपुर की ओर से पशु परिचर परीक्षा सीधी भर्ती परीक्षा 2023 के तहत बाड़मेर जिले में रविवार को पहली पारी प्रातः 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक आयोजित की गई. वहीं दूसरी पारी की परीक्षा दोपहर 2ः30 बजे से शुरू हुई जो कि सांय 05ः30 बजे तक शहर के तीन परीक्षा केन्द्रों पर आयोजित करवाई जा जाए रही है.

पढ़ें: Animal Attendant Exam 2024 : 1 दिसंबर से जयपुर के 130 परीक्षा केन्द्रों पर होगी परीक्षा

अतिरिक्त जिला कलेक्टर चांदावत ने बताया कि जिले में पशु परिचर परीक्षा के आयोजन के लिए एमबीसी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय गांधी चौक में 504, पीएम श्री महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय स्टेशन रोड़ बाड़मेर में 336 तथा राजकीय बालिका राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय माल गोदाम रोड़ बाड़मेर में 360 सहित प्रति पारी कुल 1200 परीक्षार्थियों के लिए व्यवस्था की गई. पशु परिचर परीक्षा को लेकर प्रशासन की ओर से माकूल इंतजाम किए गए हैं. बता दें कि 3 दिसम्बर तक जिले के तीन परीक्षा के केंद्रों पर दो परियो में पशु परिचर परीक्षा का आयोजन किया जाएगा.

तोड़नी पड़ी चूड़ियां : बाड़मेर के बाटाडू गांव निवासी परीक्षार्थी पार्वती देवी ने बताया कि रविवार को पशु परिचर भर्ती परीक्षा के लिए गर्ल्स स्कूल केंद्र में प्रवेश के लिए मंगलसूत्र, नाक की फनी आदि सब कुछ उतार दिया था. साथ ही चूड़िया हाथों से निकल नहीं रही थी और केंद्र पर पहुंची तो चूड़ियां उतारने के लिए कहा गया. मजबूरन चूड़ियां तोड़नी पड़ी. उन्होंने कहा कि चूड़ियां तोड़ते वक्त बहुत बुरा लगा, लेकिन बेरोजगारी है, इसलिए मजबूरन तोड़नी पड़ी. सुहागन महिलाओं के लिए चूड़ियां बेहद महत्वपूर्ण होती है. चूड़ियां कब तोड़ी जाती है, यह सब जानते हैं, लेकिन इस परीक्षा की वजह से यह सब करना

बाड़मेर: रविवार को पशु परिचर परीक्षा सीधी भर्ती परीक्षा 2023 के तहत जिले के तीन केन्द्रों पर दो पारियों में परीक्षाओं का आयोजन किया गया. परीक्षा केन्द्र पर पुलिस द्वारा परीक्षार्थियों की गहनता से तलाशी के बाद ही उन्हें प्रदेश दिया गया. परीक्षार्थियों के लिए राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से निर्धारित ड्रेस कोड को ध्यान में रखते हुए केंद्रों में प्रवेश की अनुमति दी गई. इस दौरान केंद्र में प्रवेश पाने के लिए सुहागिन महिलाएं हाथों की चूड़ियां तोड़ते हुए, तो कुछ पांव की बिछिया उतारती नजर आई.

राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड, जयपुर की ओर से पशु परिचर परीक्षा सीधी भर्ती परीक्षा 2023 के तहत बाड़मेर जिले में रविवार को पहली पारी प्रातः 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक आयोजित की गई. वहीं दूसरी पारी की परीक्षा दोपहर 2ः30 बजे से शुरू हुई जो कि सांय 05ः30 बजे तक शहर के तीन परीक्षा केन्द्रों पर आयोजित करवाई जा जाए रही है.

पढ़ें: Animal Attendant Exam 2024 : 1 दिसंबर से जयपुर के 130 परीक्षा केन्द्रों पर होगी परीक्षा

अतिरिक्त जिला कलेक्टर चांदावत ने बताया कि जिले में पशु परिचर परीक्षा के आयोजन के लिए एमबीसी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय गांधी चौक में 504, पीएम श्री महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय स्टेशन रोड़ बाड़मेर में 336 तथा राजकीय बालिका राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय माल गोदाम रोड़ बाड़मेर में 360 सहित प्रति पारी कुल 1200 परीक्षार्थियों के लिए व्यवस्था की गई. पशु परिचर परीक्षा को लेकर प्रशासन की ओर से माकूल इंतजाम किए गए हैं. बता दें कि 3 दिसम्बर तक जिले के तीन परीक्षा के केंद्रों पर दो परियो में पशु परिचर परीक्षा का आयोजन किया जाएगा.

तोड़नी पड़ी चूड़ियां : बाड़मेर के बाटाडू गांव निवासी परीक्षार्थी पार्वती देवी ने बताया कि रविवार को पशु परिचर भर्ती परीक्षा के लिए गर्ल्स स्कूल केंद्र में प्रवेश के लिए मंगलसूत्र, नाक की फनी आदि सब कुछ उतार दिया था. साथ ही चूड़िया हाथों से निकल नहीं रही थी और केंद्र पर पहुंची तो चूड़ियां उतारने के लिए कहा गया. मजबूरन चूड़ियां तोड़नी पड़ी. उन्होंने कहा कि चूड़ियां तोड़ते वक्त बहुत बुरा लगा, लेकिन बेरोजगारी है, इसलिए मजबूरन तोड़नी पड़ी. सुहागन महिलाओं के लिए चूड़ियां बेहद महत्वपूर्ण होती है. चूड़ियां कब तोड़ी जाती है, यह सब जानते हैं, लेकिन इस परीक्षा की वजह से यह सब करना

Last Updated : Dec 1, 2024, 7:33 PM IST
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