जयपुर: राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से तीन दिन पशु परिचर सीधी भर्ती परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है. परीक्षा के पहले दिन रविवार को पहली पारी में 64.90 फीसदी और दूसरी पारी में 64.55 फीसदी उपस्थित रही. परीक्षा 33 जिलों में 942 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित कराई गई. परीक्षा में किसी तरह की धांधली ना हो, इसे मद्देनजर रखते हुए त्रिस्तरीय जांच के बाद अभ्यर्थियों को परीक्षा कक्षा में बैठने की अनुमति दी गई. इस दौरान ड्रेस कोड की सख्ती से पालना करवाई गई.
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से आयोजित भर्ती परीक्षाओं के दौरान ड्रेस कोड की पालना के स्पष्ट निर्देश देने के बावजूद पशु परिचय भर्ती परीक्षा के दौरान अभ्यर्थी एग्जाम सेंटर पर चूड़ियां, कंगन, कानों के कुंडल, झुमके, दुपट्टे के साथ परीक्षा देने पहुंचे. जिन्हें परीक्षा केंद्र के बाहर ही खुलवाया गया. ताकि परीक्षा के दौरान नकल की कोई शिकायत ना आए. त्रिस्तरीय जांच के दौरान पहले मुख्य द्वार पर मेटल डिटेक्टर के जरिए अभ्यर्थियों की जांच की गई. इसके बाद परीक्षा केंद्रों पर लगे पर्यवेक्षकों ने फोटो आईडी से अभ्यर्थियों का मिलान किया और फिर परीक्षा कक्ष में बैठने से पहले भी अभ्यर्थियों की जांच की गई. वहीं डमी कैंडिडेट को पकड़ने के लिए परीक्षा कक्षा में हैंडराइटिंग का नमूना भी लिया गया.
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पशु परिचर भर्ती परीक्षा को लेकर कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष मेजर जनरल आलोक राज ने बताया कि तीन दिन होने वाली इस भर्ती परीक्षा में 17.64 लाख अभ्यर्थी पंजीकृत हैं. हर पारी में करीब 2.94 लाख अभ्यर्थी अपना भाग्य आजमाएंगे. रविवार को परीक्षा के पहले दिन पहली पारी में 64.90 फीसदी और दूसरी पारी में 64.55 फीसदी उपस्थित रही. उन्होंने बताया कि अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र पर परीक्षा से 1 घंटे पहले पहुंचने के निर्देश दिए गए थे. ठीक 1 घंटे पहले परीक्षा केंद्रों के द्वार अभ्यर्थियों के लिए बंद कर दिए गए. अभ्यर्थियों के परीक्षा केंद्र पर दाखिल होने के बाद एग्जाम पेपर सुरक्षा के घेरे में परीक्षा केंद्र पर पहुंचाए गए. इस दौरान मॉनिटरिंग के लिए सभी परीक्षा केंद्रों पर वीडियोग्राफी भी कराई गई.
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उन्होंने ये भी स्पष्ट किया कि परीक्षा में ओएमआर शीट में पांच ऑप्शन दिए गए हैं. जिनमें से किसी एक को भरना अभ्यर्थियों के लिए अनिवार्य किया गया है. यदि अभ्यर्थी 10 फीसदी प्रश्नों में कोई विकल्प नहीं भरते हैं, तो उन्हें परीक्षा के लिए अयोग्य घोषित किया जाएगा. उन्होंने बताया कि पहले दिन ड्रेस कोड को लेकर कुछ जिलों में अभ्यर्थियों ने लापरवाही बरती है. जिसके चलते उन्हें असहूलियत भी हुई. ऐसे में उन्होंने आगामी दो दिनों में होने वाली भर्ती परीक्षा के दौरान अभ्यर्थियों से ड्रेस कोड की पालना करने की अपील की.