वाराणसी : आध्यात्मिक नगरी बनारस में देश के पहले पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम के रूप में स्थापित होने वाले रोपवे प्रोजेक्ट का ट्रायल जुलाई के अंत तक हो जाएगा. इस साल के अंत तक रोपवे शुरू भी हो जाएगा. पहले फेज की तैयारी लगभग पूरी मानी जा रही है और जल्द ही वाराणसी में इस बड़े प्रोजेक्ट की शुरुआत कर दी जाएगी. जिसे लेकर करवाई संस्था वाराणसी विकास प्राधिकरण में पूरी तैयारी को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है.
बता दें, वाराणसी में रोपवे का निर्माण 807 करोड़ रुपये की लागत से हो रहा है. यह काम स्विट्जरलैंड आधारित कंपनी बर्थोलेट कर रही है. प्लानिंग है कि इस बार देव दीपावली तक पर्यटकों को लिए रोपवे तैयार कर लिया जाए. वाराणसी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग ने बताया कि वाराणसी में ट्रैफिक की समस्या से काफी राहत मिलेगी. रोपवे के संचालन के लिए स्टेशन और टावर इंस्टॉल करने का काम तेजी से चल रहा है.
पुलकित गर्ग के अनुसार जल्द ही रोपवे का ट्रायल रन किया जाएगा. हम मानकर चल रहे हैं कि जुलाई के अंत तक हम पहला ट्रायल कंप्लीट कर लेंगे. उसके बाद पर्यटक यात्रा कर सकेंगे. हर डेढ़ से दो मिनट के अंतराल में यात्रियों को गोंडोला उपलब्ध रहेगा. एक दिशा में एक घंटे में 3000 लोग यात्रा कर सकेंगे यानी दोनों दिशाओं में एक घंटे में छह हजार यात्रियों का आवागमन होगा.
नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक प्राइवेट लिमिटेड (एनएचएलएमएल) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रकाश गौड़ ने बताया कि वाराणसी में देव दीपावली पर पूरे विश्व से पर्यटक आते हैं. एनएचएलएमएल की कोशिश है कि देव दीपावली तक रोपवे का संचालन शुरू हो जाए और काशी आने वाले पर्यटकों को प्रदूषण रहित परिवहन की अच्छी सुविधा मिल सके. कंपनी के अधिकारियों के मुताबिक विद्यापीठ स्टेशन पर एंकर बोल्ट स्थापित हो गया है. इसके अलावा कई एक्सेलरेशन व डी एक्सेलरेशन कन्वेयर भी स्थापित हो गए हैं. अब जल्द ही रोप लगाने का काम शुरू होगा. वाराणसी जंक्शन रेलवे स्टेशन से रथयात्रा तक कुल दो टावर इंस्टॉल हो चुके हैं. 16 टावर पर तेजी से काम चल रहा है.
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